मिट्टी हटाने पर मिला शिलालेख, बनी है सूर्य की आकृतियां

भोजशाला में एसएसआई टीम जीपीआर व जीपीएस मशीन लेकर पहुंची
मुख्य गर्भगृह में किया इस्तेमाल, एक-एक फीट के स्थानों को किया चिह्नित
धार: भोजशाला में वैज्ञानिक पद्धति से सर्वेक्षण चल रहा है. 65 वें दिन एएसआई की टीम ने सुबह से लेकर शाम तक सर्वे किया. शनिवार को टीम के सदस्य अपने साथ जीपीआर व जीपीएस मशीन लेकर पहुंचे थे. पहले दिन मशीनों का उपयोग भोजशाला के मुख्य गर्भगृह में किया गया. मशीन की रडार से काम करते हुए यहां पर टीम ने एक-एक फीट के स्थानों को चाक से चिन्हित किया हैं, मशीने बाहर की ओर लाई जाएगी. इधर सर्वे के तहत हटाई जा रही मिट्टी के दौरान एक बाय तीन फीट का एक बडा शिलालेख भी मिला हैं, जिस पर 8 प्रहर के सूर्य की आकृतियां बनी हुई है.

दरअसल, हाईकोर्ट ने भोजशाला का वैज्ञानिक पद्धति से सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए थे, जिसमें मशीनों का उपयोग करने के लिए भी कहा गया था, पिछले दो माह से टीम के सदस्य बगैर रुके यहां पर काम कर रहे है. अब हैदराबाद से विशेषज्ञों की एक टीम मशीनों को लेकर पहुंच गई हैं. अब मशीनों का उपयोग करते हुए सर्वे किया जा रहा है. शनिवार को 40 मजदूर और 18 एएसआई के अधिकारी भोजशाला पहुंची है, 4 जुलाई के पहले एएसआई को इंदौर हाई कोर्ट में रिपोर्ट सौंपने है. हिंदू पक्षकार गोपाल शर्मा के अनुसार मशीनों का उपयोग करते हुए टीम ने काम शुरु कर दिया हैं, पहले दिन गर्भगृह में छत के नीचे मशीन की रडार से जांच की गई। यहां पर एक-एक फीट के कुछ स्थानों को चिह्नित करते हुए चॉक से ग्राफ बनाया गया है.

निर्माण वाले स्थान पर मशीन रडार से 12 फीट तक न मैदान वाले हिस्से में मशीन 40 से 50 फीट अंदर हिस्से में मशीन 40 से 50 फीट अंदर तक जांच करते हुए मशीन अपनी भाषा में डिस्प्ले पर दिखाती है, जिसे समझने के लिए भी विशेषज्ञ टीम में शामिल हैं. अभी मशीन का उपयोग परिसर के अंदर हो रहा हैं, जिसके बाद बाहर भी मशीनों का उपयोग होगा. इसके साथ ही मिट्टी हटाने का काम जारी हैं, उत्तरी हिस्से में एक बडा शिलालेख 1 बाय तीन फीट की साईज का मिला है, जिस पर सूर्य का कीर्ति चिन्ह बना है. सूर्य के 8 प्रहर अंकित है, अवशेष को सर्वे टीम ने संग्रहित कर लिया है. मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने बताया कि पूरे परिसर में जीपीआर मशीन से सर्वे करने के लिए ब्लॉक बनाए गए. मशीन जमीन के ऊपर चलती है मशीन के ऊपर एक डिस्प्ले बना हुआ है, जिसमें वेव्स दिखाई देती है. भोजशाला के उत्तरी भाग में खुदाई के दौरान एक पत्थर मिला है.

दो अवशेषों पर सांस्कृतिक चिन्ह
हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने कहा कि कल (शुक्रवार) सर्वे के 64वें दिन शुक्रवार की नमाज होने से कुछ समय के लिए सर्वे का काम किया गया था. इस दौरान भोजशाला के गर्भ ग्रह के उत्तरी और साथ ही बाहर दक्षिणी भाग में मिट्टी हटाने का कार्य किया गया. गर्भ ग्रह में कुछ साक्ष्य मिले हैं. जिस पर चिन्ह बना है. साथ ही उत्तरी भाग में भी दो बड़े अवशेष मिले हैं, जिन पर सांस्कृतिक चिन्ह बने हुए हैं। जिन्हें सर्वे टीम द्वारा संरक्षण में ले लिया गया है. सीपीआर मशीन आ जाने से काम में गति आएगी जो साक्ष्य गर्भ में छिपे हैं। वे भी सामने आएंगे और सर्वे कार्य पूरा होगा

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