नयी दिल्ली, 17 अगस्त(वार्ता) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंघन (राजग) की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित श्री चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन का राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन का लंबा अनुभव है।
श्री राधाकृष्णन 31 जुलाई 2024 से महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं और इससे पहले वह डेढ़ वर्ष तक झारखंड के राज्यपाल रहे। उन्होंने कुछ समय तक तेलंगाना के राज्यपाल और पुड्डुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाला।
पांच दशकों से अधिक के अनुभव के साथ श्री राधाकृष्णन तमिलनाडु की राजनीति और सार्वजनिक जीवन में एक सम्मानित नाम हैं। 20 अक्टूबर, 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में जन्मे श्री राधाकृष्णन ने बिजनेस मैनेजमेंट में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक के रूप में कार्य किया और वह 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने।
वर्ष 1996 में श्री राधाकृष्णन को तमिलनाडु में भाजपा का सचिव नियुक्त किया गया। वह 1998 में कोयंबटूर से पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए। वर्ष 1999 में वे पुनः लोकसभा के लिए चुने गए। उन्होंने सांसद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कपड़ा संबंधी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। वह सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) संबंधी संसदीय समिति और वित्त संबंधी परामर्शदात्री समिति के भी सदस्य रहे। वह स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जांच करने वाली संसदीय विशेष समिति के सदस्य भी थे।
श्री राधाकृष्णन ने 2004 में संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। वह ताइवान गए पहले संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी थे।
श्री राधाकृष्णन 2004 से 2007 के बीच तमिलनाडु में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे। इस पद पर रहते हुए उन्होंने 19,000 किलोमीटर की ‘रथ यात्रा’ की, जो 93 दिनों तक चली। यह यात्रा सभी भारतीय नदियों को जोड़ने, आतंकवाद के उन्मूलन, समान नागरिक संहिता लागू करने, अस्पृश्यता निवारण और मादक पदार्थों की समस्या से निपटने जैसी मांगों को उजागर करने के लिए आयोजित की गई थी। उन्होंने विभिन्न उद्देश्यों के लिए दो और पदयात्राओं का नेतृत्व भी किया।
श्री राधाकृष्णन को 2016 में कोच्चि स्थित क्वॉयर बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इस पद पर वह चार वर्षों तक रहे। उनके नेतृत्व में भारत से क्वॉयर निर्यात 2532 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। वह 2020 से 2022 तक केरल के लिए भाजपा के अखिल भारतीय प्रभारी रहे।
श्री राधाकृष्णन को 18 फरवरी, 2023 को झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया। उन्होंने अपने कार्यकाल के पहले चार महीनों के दौरान झारखंड के सभी 24 जिलों की यात्रा की और नागरिकों तथा जिला अधिकारियों से बातचीत की।
श्री राधाकृष्णन एक उत्साही खिलाड़ी के रूप में भी जाने जाते हैं और वह टेबल टेनिस में कॉलेज चैंपियन और लंबी दूरी के धावक थे। उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल का भी शौक है।
श्री राधाकृष्णन ने अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, पुर्तगाल, नॉर्वे, डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैंड, बेल्जियम, हॉलैंड, तुर्की, चीन, मलेशिया, सिंगापुर, ताइवान, थाईलैंड, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और जापान की यात्राएं भी की हैं।
