खरगोन, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भगवान श्रीराम को लेकर सवाल उठाने पर विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इसी तरह की हरकतों के चलते भारतीय संस्कृति लज्जित होती है।
डॉ यादव आज यहां पीजी कॉलेज ग्राउंड में क्रांति सूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय तथा क्रांति वीर तात्या टोपे विश्वविद्यालय गुना के कैंपस की डिजिटल लांचिंग कर रहे थे। उन्होंने विपक्ष को आड़े आते लेते हुए कहा कि उन्होंने भगवान श्रीराम के जन्म स्थान और पैदा होने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने यह आरोप लगाया कि मंदिर बनाने के लिए नहीं बल्कि ढांचा तोड़ने की जल्दी थी। उच्चतम न्यायालय के राम मंदिर निर्माण संबंधी फैसले के बाद भी विपक्ष के सुर नहीं बदले। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के चलते अयोध्या से अरब तक भारतीय सनातन संस्कृति का डंका बज रहा है।
इसके पूर्व उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने विभिन्न कष्टों को सहते हुए अपनी पहचान बनाई और पूरे भारत को अपना परिवार बना लिया। उन्होंने कहा मुझ जैसे कृषक परिवार से आने वाले व्यक्ति को सीधे मुख्यमंत्री बना दिया। उन्होंने कहा यही बातें लोकतंत्र में महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि 1857 में अंग्रेजों से लोहा लेने वाले आदिवासी क्रांति सूर्य टंट्या भील ने अपने बलबूते पर अंग्रेजों पर लड़ाई आरंभ की थी। जिन अंग्रेजो का सूर्य अस्त नहीं होता था टंट्या मामा ने उन्हें भी धूल चटाई। इसी तरह भारत माता के वीर सपूत तात्या टोपे ने भी अंग्रेजों के दांत खट्टे किए। भारतीय जनता पार्टी दोनों वीर सपूतों के नाम पर आज दो विश्वविद्यालय आरंभ कर रही है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष विश्वविद्यालय खोलने को लेकर भाजपा का मजाक उड़ा रहा था, लेकिन हमने यह कर दिखाया।
डॉ यादव ने कहा कि वे कॉलेज और यूनिवर्सिटी दूर होने की तकलीफ जानते हैं। उन्होंने कहा कि गुना शिवपुरी और अशोकनगर जिलों के करीब 65 हजार विद्यार्थी शांति सूर्य तात्या टोपे विश्वविद्यालय के आरंभ होने से लाभान्वित होंगे, और उनकी ग्वालियर पर निर्भरता समाप्त होगी।
इसी तरह खरगोन में क्रांति सूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय आरंभ होने से बड़वानी अलीराजपुर खरगोन बुरहानपुर और खंडवा जिलों के 83 शासकीय और अशासकीय महाविद्यालयों के 25 हजार विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। इन्हीं विश्वविद्यालय के अंतर्गत सैकड़ों कोर्सों के अलावा कृषि विश्वविद्यालय संबंधी समस्त कोर्स भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा डीजी लॉकर की सुविधा प्रदान करने के लिये प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालय में डिजिटल दस्तावेजीकरण हो रहा है।
उन्होंने एक अन्य घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश के समस्त महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को बस से आने-जाने की सुविधा भी प्रदेश सरकार उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में पायलट ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि अब यह महाविद्यालय केवल कागज की डिग्री प्रदान करने वाले नहीं , बल्कि नई शिक्षा नीति के माध्यम से पुरातन संस्कृति से भी परिचित कराएंगे। उन्होंने कहा की मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हमारे आदर्श हैं।
डॉ यादव ने कहा कि आज से ओंकारेश्वर तथा उज्जैन के लिए हेलीकॉप्टर सुविधा भी आरंभ कराई गई है। इसके अलावा आने वाले समय में खरगोन समेत प्रदेश के अन्य शहरों में हवाई यातायात सुविधा का आरंभ किया जाएगा। डॉ यादव ने दोनों विश्वविद्यालयों के कैंपस का डिजिटल शुभारंभ करने के अलावा खरगोन जिले की 557 करोड़ 47 लाख रुपए के लागत से तीन उद्भवन सिंचाई परियोजनाओ का लोकार्पण भी किया।