विस्फोट कांड: नष्ट करने के साथ होगी जांच पड़ताल
जबलपुर। खजरी-खिरिया बाइपास स्थित रजा मेटल इंडस्ट्री में 25 अप्रैल को हुए विस्फोट मामले में एनएसजी की टीम ने 200 बड़े बमों के खोलों को नष्ट किए थे जबकि छोटे शैल छोड़ दिए थे जिन्हें सोमवार को सीओडी अफसरों की टीम अपने साथ ले गई है जिनकी जांच पड़ताल करने के साथ उन्हें नष्ट किया जायेगा।
विदित हो कि हाईवे से लगे हिस्ट्रीशीटर गुंडे शमीम कबाड़ी के कारखाने में 25 अप्रेल को विस्फोट हुआ था। विस्फोट इतना खतरनाक था कि लगभग आठ से दस हजार वर्गफीट में फैला पूरा कबाडख़ाना ढह गया था। वहीं विस्फोट की गूंज पांच से छह किलोमीटर तक के इलाके में सुनाई दी थी। घटना के बाद से यह आशंका जाहिर की जा रही है कि शमीम द्वारा स्क्रेप में जिंदा बम लाया गया था और उसी के फटने से यह घटना हुई है। मामले की विस्तृत जांच जारी है।
पूरी कुंडली बनाई जा रही
आरोपित शमीम के साथ उसके स्वजन और साझेदारों की कुंडली खंगाली जा रही है। इसके अलावा शमीम ने यह काम कब शुरू किया और कहां-कहां से वह स्क्रेप लेता था, इसका पूरा ब्यौरा जुटाया जा रहा है। इसमें उसके पुराने जुर्मों की सूची से भी जानकारी जुटाई जा रही है। आयुध निर्माणियों समेत अन्य संस्थानों से खरीदे गए स्क्रेप की जानकारी भी बिन्दुवार तरीके से तैयार हो रही है।
पुलिस को ढूंढे नहीं मिल रहा शमीम
विस्फोट मामले में अधारताल पुलिस ने गैर इरादतन हत्या, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और आपराधिक षडय़ंत्र की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया था। शमीम उसके बेटे फहीम और पार्टनर सुल्तान को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। लेकिन शमीम को ढूंढे नहीं मिल रहा है। हाजी मोहम्मद शमीम अहमद निवासी आनंद नगर बीते 30 माह से पुलिस रिकॉर्ड में फरार है। फरार आरोपी की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित है। फरार शमीम पर पूर्व में 30 अपराध धोखाधड़ी, मारपीट, तोडफ़ोड़ रेल संपत्ति संंबंधित अन्य अपराध दर्ज है।
इनका कहना है
सीओडी की टीम सस्पेक्टेड शैल ले गई है। जिन्हें नष्ट करने के साथ जांच होगी। प्रकरण में फरार शमीम की पुलिस तलाश कर रही है। छापेमारी जारी है। प्रकरण की विस्तृत जांच जारी है।
सोनाली दुबे, अति. पुलिस अधीक्षक