इंदौर , 13 मई लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत मध्यप्रदेश में आज आठ संसदीय क्षेत्रों में शाम पांच बजे तक एक करोड़ 63 लाख से अधिक मतदाताओं में से औसतन 68़ 01 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले। सुबह सात बजे प्रारंभ हुआ मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने की कगार पर पहुंच गया है।
निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार शाम पांच बजे तक सर्वाधिक मतदान मंदसौर संसदीय क्षेत्र में 71़ 76 प्रतिशत दर्ज किया गया। इसके अलावा देवास में 71़ 53 प्रतिशत, उज्जैन में 70़ 44, धार में 67़ 55, रतलाम में 70़ 61, खंडवा में 68़ 21 और खरगोन में 70़ 80 प्रतिशत मतदान हुआ है। इंदौर संसदीय क्षेत्र में सबसे कम 56़ 53 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ।
इन आठों संसदीय क्षेत्रों में पांच महिलाओं समेत कुल 74 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इनमें देवास और मंदसौर में आठ-आठ, खंडवा में 11, खरगोन में पांच, रतलाम में 12, धार में सात, इंदौर में 14 और उज्जैन में नौ प्रत्याशी शामिल हैं। इन क्षेत्रों में मतदाताओं की कुल संख्या एक करोड़ 63 लाख 70 हजार से अधिक है। मतदान सुबह सात बजे प्रारंभ हुआ, जो शाम छह बजे संपन्न हो जाएगा।
मतदान केन्द्रों की कुल संख्या 18,007 है। मतदान केंद्रों पर बुनियादी सुविधाओं के साथ ही सुरक्षा के भी सख्त प्रबंध किए गए। चौथे चरण के साथ ही राज्य की सभी 29 लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो जाएगा। चौथे चरण के 8 लोकसभा क्षेत्रों में आज सार्वजनिक तथा सामान्य अवकाश घोषित किया गया है। इंदौर जिले में प्रशासन ने अवकाश संबंधी आदेश का पालन नहीं करने पर संबंधितों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की चेतावनी दी है।
इस चरण में राज्य की इंदौर संसदीय सीट इन दिनों सर्वाधिक चर्चाओं में बनी हुई है। कांग्रेस ने यहां से अक्षय कांति बम को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन नामांकन वापसी के दिन उन्होंने सभी को चौंकाते हुए न केवल अपना नामांकन वापस ले लिया, बल्कि कांग्रेस को अलविदा कह कर भाजपा का दामन भी थाम लिया। इसके बाद अब इंदौर से कांग्रेस का कोई अधिकृत प्रत्याशी चुनावी मैदान में नहीं है। हालांकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और पार्टी के अन्य नेता अब यहां लोगों से नोटा को वोट देने की अपील कर रहे हैं। भाजपा ने यहां से मौजूदा सांसद शंकर ललवानी पर ही दोबारा भरोसा जताया है।
इसके अलावा झाबुआ-रतलाम सीट भी इस चरण में चर्चाओं में है। आदिवासी बहुल इस क्षेत्र पर कांग्रेस ने अपने कद्दावर आदिवासी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया को मैदान में उतारा है। उनका सामना भाजपा की प्रत्याशी राज्य सरकार के मंत्री नागर सिंह चौहान की पत्नी अनिता नागर सिंह चौहान से है।
देवास में भाजपा के महेंद्र सिंह सोलंकी का मुकाबला कांग्रेस के राजेंद्र मालवीय से, धार में भाजपा की सावित्री ठाकुर का कांग्रेस के राधेश्याम मुवेल से, खंडवा में भाजपा के ज्ञानेश्वर पाटिल का कांग्रेस के नरेंद्र पटेल से, खरगोन में भाजपा के गजेंद्र पटेल का कांग्रेस के पोरलाल खरते से, मंदसौर में भाजपा के सुधीर गुप्ता का कांग्रेस के दिलीप सिंह गुर्जर से और उज्जैन में भाजपा के अनिल फिरोजिया का मुकाबला कांग्रेस के महेश परमार से है।
चौथे चरण के साथ ही राज्य की सभी 29 लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो जाएगा। मतों की गिनती का कार्य चार जून को होगा। राज्य में वर्तमान 29 में से 28 पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कब्जा है। एकमात्र छिंदवाड़ा सीट ही कांग्रेस के पास है।