आत्महत्या की आशंका, स्वजन बोले- यह हत्या है
घंटों मंदिर के अंदर अकेले बात करते थे रमेश
ग्वालियर: बिजौली इलाके में स्थित शिव मंदिर के पुजारी की लाश गर्भगृह में खूंटी पर फंदे से लटकी मिली है। शिवलिंग के पास ही खूंटी है, जहां पुजारी की लाश फंदे से लटकी हुई थी। पुलिस को आत्महत्या की आशंका है, लेकिन स्वजनों ने इसे हत्या बताया है। जहां यह मंदिर और आश्रम बना है, वह सरकारी जमीन है। पुजारी की मौत को इस एंगल से भी जोड़कर पुलिस पड़ताल कर रही है। फिलहाल बिजौली थाना पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर मर्ग कायम किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पूरी कहानी स्पष्ट हो सकेगी।
बिजौली थाना क्षेत्र के अंतर्गत खेड़ा गांव में टेकरी मंदिर है। यहां शिवलिंग है और अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा भी है। मंदिर की देखरेख रमेश भगत पुत्र वंशीलाल झा करते थे। सालों से वह यहां रह रहे थे। मंदिर के आसपास आश्रम बना है, जिसमें फल-सब्जियां भी लगी हुई हैं। कुटिया में ही रमेश भगत रहते थे। बीती रात आरती की, इसके बाद सो गए। सुबह जब मंदिर में लोग पहुंचे तो मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग से सटकर पुजारी की लाश खूंटी पर फंदे से लटकी हुई थी। यह देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
बिजौली थाना प्रभारी अनु बेनीवाल फोर्स के साथ मौके पर पहुंचीं। फोरेंसिक एक्सपर्ट डा. अखिलेश भार्गव को भी बुलवाया गया। जिस अवस्था में लाश मिली है, उससे तो पुलिस आत्महत्या मान रही है। मृतक के भाई मदनलाल ने इसे हत्या बताया है। उनका कहना है कि उनके भाई कभी आत्महत्या नहीं कर सकते, वह तो खुद दूसरों को संबल देते थे, दूसरों की परेशानी में मदद करते थे। वह आत्महत्या कैसे कर सकते हैं। स्वजनों के आरोपों के चलते पुलिस हत्या के एंगल पर भी पड़ताल कर रही है।
रमेश के बारे में बताया गया है कि वह सालों से मंदिर की देखरेख कर रहे हैं। सुबह जल्दी उठकर भगवान की पूजा करते थे। पूरे दिन पूजा में लीन रहते थे। झाड़-फूंक भी करते थे। मंदिर में घंटों अकेले में बात करते थे, अक्सर यही कहते थे- वह ईश्वर से बात कर रहे हैं। कई बार ईश्वर से झगड़ा होने की बात भी कहते थे।