अब मंदिर में महिला सुरक्षाकर्मी का हाथ मोड़ा,गला पकड़ा

ओंकारेश्वर मंदिर में बढऩे लगी भीड़,दो लाख श्रद्धालुओं के लिए घिसे-पिटे इंतजाम

खंडवा-ओंकारेश्वर:महाशिवरात्री से पहले ओंकारेश्वर मंदिर में भीड़ बढऩे लगी है। दो लाख भक्तों को चौबीसों घंटे दर्शन कराना प्रशासन के लिए चुनौती बन गई है। विवादों के बाद मंदिर परिसर में फोटोग्राफी पर प्रतिबंध लगा दिया है। नए तरीके से दर्शन कराए जाएंगे। मंदिर का गर्भगृह छोटा है। इसमें ज्यादा परिवर्तन की गुंजाइश नहीं है। एक तरफ माँ नर्मदा तो दूसरी तरफ पहाड़ है।मंदिर में दर्शनार्थी ने वीडियो वायरल कर दिया। इसे मंदिर प्रबंधन ने गलत करार दिया है। पहले भी एसडीएम तक को थप्पड़ मारने की घटनाएं यहां हो चुकी हैं। जिला मुख्यालय से एक दिन पहले ही शिवरात्री पर पांच सौ पुलिसकर्मी व अफसर तैनात कर दिए गए हैं। नए बस स्टैंड पर ही वाहन रोक लिए जाएंगे।
श्रद्धालु पर मढ़ी गलती
ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट ने वायरल वीडियो में महाराष्ट्र से आए कथित श्रद्धालु दंपत्ति द्वारा मंदिरट्रस्ट के कर्मचारियों पर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया। मंदिर ट्रस्ट के जंग बहादुर सिंह ने कहा कि मंदिर में विवाद की स्थिति महाराष्ट्र से आए युवा दंपत्ति द्वारा ही विवाद की स्थिति निर्मित की गई थी।
इसको लेकर मंदिर के कर्मचारियों ने उन्हें समझाया था और उन्हें भीड़ में से बाहर किया तो उन्होंने महिला कर्मचारी पर हमला कर दिया था, इसी दौरान उसके कपड़े फटे होंगे किसी प्रकार की कोई मारपीट मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारियों द्वारा नहीं की गई।

महिला सुरक्षाकर्मी दिपिका मण्डलोई ने सफाई दी है कि गर्भग्रह में भीड़ ज्यादा थी। उक्त श्रद्धालु सेल्फी ले रहे थ,े जिससे दर्शनों की लाइन रुक गई थी। हमने उन्हें मोबाइल फोन चलाने का मना किया तो उन्होंने मैरा हाथ पकडक़र मोड़ दिया। मैने उन्हें बाहर निकलने के लिए कहा तो महाराष्ट्र से और श्रद्धालु ने मेरा गला पकड़ लिया था।

जंगबहादुर सिंह की सफाई

जंगबहादुर सिंह ने कहा कि मंदिर प्रात: 5 बजे से चालू होता है रात तक कर्मचारी काम करते हैं। छोटा गर्भगृह होने से यहां पर एक साथ श्रद्धालुओं को दर्शन से काफी भीड़ बढ़ जाती है और काफी स्थिति कन्जेस्टेड होती है। अंदर गर्भगृह में फोटो और वीडियो लेना वर्जित है। तथा श्रीजी गर्भग्रह में दर्शनार्थी बैठ जाते हैं जिससे श्रद्धालुओं की निकासी अवरुद्ध होती है। गर्भग्रह में बैठकर दर्शन प्रार्थना करना भी वर्जित है।

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