नीमच। प्रदेश की सबसे बड़ी मसाला और औषधि उपज मंडी कहे जाने वाली नीमच की कृषि उपज मंडी में एक किसान के साथ सुरक्षाकर्मियों ने मारपीट कर दी। जिसमें किसान गंभीर रूप से घायल हो गया है। मंडी के सुरक्षाकर्मियों द्वारा लाठी-डंडों से किसान को पीटा गया। जिसमें उसके सिर व शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट आई है। साथ ही उसके कपड़े भी फट गए।
मारपीट के बाद मंडी में हंगामा हो गया और नीलामी को रोक दिया गया। वहीं हंगामे की सूचना पर तहसीलदार संजीव मालवीय, थाना प्रभारी सौरभ शर्मा, मंडी सचिव उमेश बसेडिय़ा शर्मा सहित पुलिस मंडी के अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंचें। किसान की शिकायत पर मारपीट करने वाले चारों सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने भी प्रकरण दर्ज किया है । बताया जा रहा है कि विवाद तब शुरु हुआ जब जावद तहसील के हनुमंतिया गांव का किसान दीपक धाकड़ अपनी लहसुन की उपज मंडी में लेकर आया था। मुख्य गेट पर भीड़ होने चलते किसान ने दूसरे रास्ते से अपना वाहन मंडी में प्रवेश करवा दिया। किसान का आरोप है की इस वजह से मंडी के गार्डों ने किसान से खर्चे पानी के नाम पर पैसों की मांग की जिस पर किसान ने पैसे देने से मना कर दिया। तो मंडी के चार सुरक्षा कर्मियों ने किसान की लाठी डंडों से पिटाई कर दी। जिसमें युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।
इस घटना के बाद मंडी में हंगामा हो गया मौके पर पुलिस प्रशासन के अधिकारी और मंडी के कर्मचारी भी पहुंचे। काफी देर तक हंगामा होता रहा। इसके चलते करीब चार घंटे तक मंडी का नीलामी कार्य बाधित रहा। फिलहाल मंडी प्रशासन ने आरोपी सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया है। साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। वहीं पीडि़त किसान की शिकायत पर पुलिस ने भी मारपीट का प्रकरण दर्ज किया है। मंडी सचिव नीमच उमेश बसेडिय़ा शर्मा का कहना है की सुरक्षा का जिम्मा लेने वाली कंपनी के चार सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया है, आगे उनकी भी कार्रवाई की जाएगी। किसानों को इस तरह अवैध पैसा नहीं देना चाहिए और ऐसा कोई करता है तो उसकी शिकायत करनी चाहिए।