ब्लास्टिंग के मुद्दे पर कलेक्टर एवं एसपी की मौजूदगी में थाना परिसर में हुआ जनसंवाद
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 7 मई। मंगलवार की सायं मोरवा थाना परिसर में कलेक्टर एवं एसपी की मौजूदगी में एनसीएल प्रबंधन व प्रबुद्वजनों के बीच ब्लास्टिंग एवं प्रदूषण के मुद्दे को लेकर बैठक हुई। जिसमें स्थानीय लोगों ने खदानों में हो रही तीव्र ब्लास्टिंग से नुकसान एवं मानसिक पीड़ा से अधिकारियो को अवगत कराया। जिस संदर्भ में कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता ने स्थानीय लोगों को शीघ्र ही एनसीएल प्रबंधन के साथ बैठक कर इस समस्या का हल निकालने का भरोसा दिलाया है।
गौरतलब है कि स्थानीय लोगो की मांग पर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने मोरवा थाना परिसर में एनसीएल प्रबंधन की मौजूदगी में यह त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित की थी। जिसमें क्षेत्र के सभी गणमान्य नागरिक मौजूद दिखे। बैठक में सर्वप्रथम भूपेन्द्र गर्ग, सत्तीश उप्पल, मनोज कुलश्रेष्ठ एवं जियाउल रहमान ने अधिकारियों को तीव्र ब्लस्टिंग से हो रही क्षति के बारे में अवगत कराया। उन्होने बताया कि किस प्रकार पूर्व में भी बैठक कर एनसीएल प्रबंधन ने कॉरप्रस फंड बनाने की बात कही थी जिससे यहां के मकानो की हो रही नुकसान की भरपाई हो सके। परन्तु वे सारी बाते कागजो तक सीमित रह गई। बताया गया कि एनसीएल प्रबंधन द्वारा तीव्रता नापने की मशीन वार्ड क्रमांक 9 में स्थापित की जानी चाहिए न कि थाना परिसर में। जिससे कंपन का सही आंकलन मिल सके। स्थानीय लोगो ने अधिकारियों को अवगत कराया कि इस प्रकार यदि तीव्र ब्लास्टिंग होती रही तो कभी भी बड़ा हादसा पेश आ सकता है। चूकिं यहा कई मकान, स्कूल व शासकीय भवन कई दशक पुराने और जर्जर स्थित में हो चुके हैं।
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पूर्व विधायक ने एनसीएल का घेरा
वहीं पूर्व विधायक रामलल्लू वैश्य ने जिला अधिकारी को वस्तु स्थित से अवगत कराते हुये कहा कि एनसीएल प्रबंधन हमेशा मानको के आधार पर ही ब्लास्टिंग करने की बात कहकर बचता नजर आता है। परन्तु स्थित यहा के भवन दर्शाते हैं। तीव्र ब्लास्टिंग के कारण कई मकानो में दरारे आ गई है। वही यहां पानी की समस्या आन खड़ी हुई है। लोगों के बोरिंग फेल होते जा रहे है और हैण्ड पम्पो से प्रदूषित पानी आने लगा है। उन्होने सुझाव रखा कि जब तक मोरवा का विस्थापन नहीं होता तब तक एनसीएल द्वारा एक सर्वे टीम गठित की जाय जिससे मकानो को हो रहे क्षति पूर्ति का आंकलन कर उन्हे मुआवजा वितरित करें। साथ ही जिन वार्डो में पानी का संकट बना हुआ है वहाँ आरओ युक्त पानी मुहैया कराया जाय।
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जीएम के सवालों से खुश नही दिखे रहवासी
स्थानीय लोगो के सवालो के जबाब में निगाही क्षेत्र के महाप्रबंधक आशुतोष द्विवेदी एवं जयंत के स्टाफ अधिकारी माइन आर के मिश्रा ने बताया कि एनसीएल खदानो में ब्लास्टिंग सारे मानको को ध्यान में रखकर डीजीएमएस के परमिशन के हिसाब से अत्याधुनिक तकनीक इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर से ही की जाती है। उन्होने तकनीकि शब्दो में समझाया कि ब्लास्टिंग किस प्रकार होती है एवं उसका असर कहां तक पड़ता है। सेफ्टी जोन के सवाल के जबाब में उन्होने जानकारी देते हुए बताया कि 500 मीटर शेफ्टी जोन अंतर्गत आता है जो कि एरियल डिस्टेंस से मापा जाता है। इन जगहो पर यदि कोई भवन निर्मित रहता है तो इन क्षेत्रो में मफल ब्लास्टिंग की जाती है।
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शीघ्र आयोजित की जाएगी बैठक
इधर सभी पक्षो को सुनते हुये जिलाधिकारी चन्द्रशेखर शुक्ला एवं पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता ने स्थानीय लोगो को आश्वस्त किया कि बहुत जल्द एनसीएल प्रबंधन एवं स्थानीय प्रबंद्वजनो के साथ संयुक्त बैठक कर इन मुद्दो का अवश्य निराकरण करायेंगे। इस मौके पर एसडीओपी कृष्ण कुमार पाण्डेय, मोरवा थाना प्रभारी निरीक्षक अशोक सिंह परिहारए एसडीएम सृजन वर्मा, तहसीलदार अभिषेक यादव, हल्का पटवारी गोविंद चौरसिया के साथ ही एनसीएल प्रबंधन की ओर से महाप्रबंधक कार्मिक सफदर खानए महाप्रबंधक उत्पादन राजनए दुधीचुआ क्षेत्र के महाप्रबंधक विनोद कुमार सिंह जयंत क्षेत्र से एसओ आर के मिश्राए ब्लास्टिंक अधिकारी बी के सिंह, झिंगुरदा क्षेत्र से परियोजना अधिकारी ए के बाग, गोरबी ब्लाक बी से ब्लास्टिंग अधिकारी राजेश सिंह, रिलायंस के डीजीएम जी एस कुलपति उपस्थित रहे । वही बैठक में एसपी सिंह, वीरेन्द्र गोयल, यदुबीर यादव, ललित श्रीवास्तव, प्रदीप गुप्ता, प्रवीण तिवारी, शेखर सिंह, मुन्नीलाल यादव,अभय तिवारी, आशीष अग्रहरी,परमेश्वर पटेल, समेंत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।