खाद्य अमले की छापेमारी, गुणवत्ता जांचने लिए सैंपल
जबलपुर: विदेश में नामी मसाला ब्रांड एमडीएच और एवरेस्ट के मसालों में जांच के दौरान कीटनाशक पाए गए। जिसके बाद इन मसालों पर रोक लगा दी गई है। इसके बाद भारतीय मसालों की जांच शुरू कर दी गई है। इसी क्रम मेें जबलपुर खाद्य अमले ने मंगलवार को मसालों की जांच शुरू कर दी है। मसाला दुकानों में अमले ने छापेमारी करते हुए मसालों के सैंपल लिए है जिनकी गुणवत्ता की जांच होगी। सभी सैंपलों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। जांच के बाद मिलावट का खुलासा हो सकता है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
यहां धमका खाद्य अमला, लिए नमूने
मंगलवार को खाद्य सुरक्षा प्रशासन ने राइट टाउन जबलपुर स्थित विशाल मेगा मार्ट खंडेलवाल सुपर मार्केट, गोहलपुर स्थित न्यू हाजी मुन्ना मसाला, एम सेफ मसाला व छोटे पंसारी से विभिन्न ब्रांड के नमूने संग्रहित किए गए। कार्यवाही में खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज श्रीवास्तव, संजय गुप्ता, विनोद धुर्वे, श्रीमती माधुरी मिश्रा , श्रीमती सारिका दीक्षित उपस्थित रहे।
जांच में चलेगा पता खतरनाक केमिलक है या नहीं
सभी सैंपलों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। जांच के बाद ही मिलावट का खुलासा होगा। एफएसएसएआई द्वारा चिन्हित लैब में इन मसालों को जांच के लिए भेजा जा रहा है। जांच के बाद ही साफ हो सकेगा कि इनमें खतरनाक केमिकल की मिलावट है कि नहीं।
हो सकती है घातक बीमारियां
विशेषज्ञों का कहना है कि मसालों में कीटनाशक मिलाना कोई नई बात नहीं है। निर्माता कंपनियों द्वारा लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। खाद्य पदार्थों में कीटनाशकों का उपयोग मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इससे घातक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
इनका कहना है
मसालों में कीटनाशक समेत अन्य हानिकारक पदार्थ पाए जाने की बात कही गई है। ऐसे में जिन बिंदुओं पर मसालों को फेल किया गया है, उन सभी बिंदुओं पर मसालों की जांच की जा रही है।
पंकज श्रीवास्तव, फूड सेफ्टी ऑफिसर