गोदाम के उड़े परखच्चे, टूटकर गिरीं दीवारें, आसपास के लोग घर छोड़कर भागे
जबलपुर। खजरी खिरिया बायपास स्थित कबाड़खाना में दोपहर करीब 12 बजे सुरक्षा संस्थान के स्क्रेप सहित एलपीजी सिलेंडर में हुए ब्लास्ट के तेज धमाके से तकरीबन 5 किलोमीटर का परिक्षेत्र दहल गया। धमका इतना तेज और प्रभावी था कि कबाड़खाने का लोहे से निर्मित उपरी शेड उड़कर दूर जा गिरा और दिवारें टूटकर मौके पर गिर गई।
अधारताल थाना क्षेत्र के खजरी-खिरिया बागपास रजा मेटल के नाम से संचालित कबाड़खाने में एकाएक हुए धमाके के बाद मौके पर पहुंचे सैकड़ों लोगों का कहना था कि लापरवाही के चलते कबाड़खाना में ब्लास्ट हुआ है। कबाड़खानों में किसी तरह की कोई सुरक्षा नहीं रहती है। कबाड़खाने के अंदर ज्वलनशील संसाधनों का प्रयोग किया जाता है। कबाड़खाना में हुए ब्लास्ट के बाद मौके पर पहुंचे जांच अधिकारियों ने पाया कि परिसर में सैकड़ों बम, मोटार सहित कारतूस पड़े हुए है। इतनी भारी मात्रा में सुरक्षा संस्थानों की सामग्री कैसे कबाड़खाना तक पहुंची है, इसके दस्तावेज
संचालक से मांगे गए है। अधारताल पुलिस अग्रिम पूछताछ के लिए संचालक को थाना लेकर पहुंची है।
संचालक से हुई झूमाझपटी
बताया जा रहा है कि घटना के बाद क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश पनप गया है। रजा मेटल्स का संचालक समीम हाजी जैसे ही मौके पर पहुंचा तो लोगों ने विरोध शुरु कर दिया। नौबत यहां तक आ गई कि उससे झूमाझपटी तक हुई। विवाद की स्थिति न बने इसके लिए मौके पर मौजूद ही कुछ लोगों ने बीच-बचाव किया लेकिन अभी भी वाशिंदों में आक्रोश है और उनका कहना है भी, कि वे अब यहां यह काम नहीं चलने देंगे।
भूकंप की रही चर्चा
रजा मेटल्स खजरी-खिरिया में धमाका इतना तेज था कि आसपास जितने भी क्षेत्र हैं, वहां तक आवाज पहुंची। जिसे सुनकर लोग घरों से बाहर निकल गए और काफी देर तक यह चर्चा रही कि संभवतः कहीं भूकंप आया और कहीं कोई बड़ा नुकसान हुआ। हालांकि कुछ देर बाद स्पष्ट हो गया कि भूकंप नहीं बल्कि कबाड़खाना में धमाका हुआ है।
देर से पहुंची फायर और पुलिस- लोग इस बात को लेकर भी आक्रोशित दिखे कि घटना के
तत्काल बाद पुलिस और दमकल अमले को सूचना दे दी गई इसके बावजूद भी दोनों ही विभाग के कर्मचारियों ने उतनी तत्परता नहीं दिखाई, जितने की जरूरत थी। वहां मौजूद कुछ लोगों ने कर्मियों के सामने इस बात का विरोध भी प्रकट किया। फिलहाल एक की मौत होने की जानकारी मिली है, आशंका जताई जा रहीं है की मलबे में कई औऱ लोग दबे हो सकते हैं ।