पन्ना ब्यूरो
पन्ना टाइगर रिजर्व के एक बाघ का जंगलों से मोहभंग हो गया है शायद इसी वजह से यह बाघ जंगलों को छोड़ रिहायशी इलाकों की ओर पहुंचकर दिन और रात डेरा जमाये रहता है। पन्ना टाइगर रिजर्व के पन्ना रेंज अंतर्गत रमपुरा से लगे ग्राम डोभा, इटवांकला व बराछ सहित लगभग दर्जन भर ग्रामों के लोग बाघ की चहल कदमी से दहशत में हैं। 21 अप्रैल को यह बाघ ग्राम डोभा से लगे बड़बीला बांध के दूसरे पार ग्राम बराछ पहुंच गया जहां पंचवटी के पास बड़बीला बांध में लोगों ने इसे पानी पीते देखा जिससे पूरे गांव में हड़कंप मच गया। बताया गया है कि ग्राम बराछ के आसपास दर्जन भर से अधिक गांव लगे हैं। सूचना मिलते ही फिर पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारी कर्मचारी और हाथियों का दल मौके पर पहुंच गया एवं बाघ को ट्रेंकुलाइज करने के लिए शाम होने का इंतजार किया जा रहा है। यहां बाघ की चहल कदमी लगभग महीने भर से बताई जा रही है। पहले तो ग्रामीण इसे अफवाह समझते रहे लेकिन जब 10-11 अप्रैल की रात बाघ ने ग्राम डोभा के पास नाले के बगल में एक किसान के बैल का शिकार किया जिसे ग्रामीणों ने अपनी आंखों से देखा। गांव के लोगों ने बताया कि अब तक यह बाघ ग्रामीणों के लगभग दर्जन भर से अधिक पालतू पशुओं बैल गाय भैंस आदि को शिकार बन चुका है ग्रामीणों का कहना है कि रात्रि में खेतों की रखवाली एवं पशुओं को हांकने का काम करने वाले ग्रामीणों को बाघ से खतरा हो सकता है।