हालत गंभीर, जिला अस्पताल के आईसीयू में इलाज जारी
सतना : निजी फाइनेंस कंपनी से लिए गए लोन की किश्त हर महीने समय पर भरी जा रही थी. लेकिन पिछले महीने घर की परिस्थिति गड़बड़ हो जाने के चलते लोन की किश्त जमा नहीं हो पाई. बस फिर क्या था फाइनेंस कंपनी के गुर्गों ने युवक को घर से उठा ले गए और शारीरिक-मानसिक तौर पर बुरी तरह प्रताडि़त किया. इस प्रताडऩा ने युवक को इस कदर उद्वेलित कर दिया कि उसने कीटनाशक खाकर जाने देने का प्रयास किया.
कोलगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव मोहन्ना निवासी 26 वर्षीय युवक रंजीत चौधरी पिता पंचमलाल जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है. उसकी हालत गंभीर हालत के चलते चिकित्सकों द्वारा उसके स्वास्थ्य की सघन निगरानी की जा रही है. परिजनों ने बताया कि लगभग 5-6 महीने पहले रंजीत ने बजाज फाइनेंस कंपनी से 1 लाख रुपए का लोन लिया था. परिजनों के अनुसार लिए गए लोन के एवज में रंजीत द्वारा हर महीने समय पर किश्त भी जमा कराई जा रही थी. लेकिन पिछले महीने घर की परिस्थिति अचानक खराब हो गई. जिसके चलते पिछले महीने समय पर किश्त का पैसा बैंक में नहीं जमा कराया जा सका. नतीजतन दिया गया चेक बाउंस हो गया.
इस घटना से बौखलाए फाइनेंस कंपनी के गुर्गे सोमवार की दोपहर लगभग 12 बजे रंजीत के घर पहुंच गए. बाइक पर सवार होकर आए दो युवकों ने रंजीत को काम के बहाने आफिस चलने के लिए कहा. हलांकि रंजीत ने पिछले महीने घर की परिस्थिति खराब होने के चलते लोन की किश्त जमा न कर पाने का हवाला दिया. लेकिन इसके बावजूद भी दोनों युवक उसे जबरदस्ती बाइक पर बैठाकर अपने साथ ले गए.
बताया गया कि दो घंटे से अधिक समय तक मानसिक और शारीरिक तौर पर बुरी तरह प्रताडि़त करने के बाद बेहोशी की हालत में रंजीत को गांव में छोडक़र कर दोनों युवक भाग निकले. बेहोशी की हालत में पड़ा देख ग्रामीण और परिजन उसे उठाकर इलाज के लिए जिला अस्पताल ले आए. जहां पर उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे आईसीयू में भर्ती कर इलाज शुरु किया गया. अस्पताल से प्राप्त जानकारी के अनुसार युवक की हालत स्थिर बनी हुई है. वहीं कोलगवां पुलिस द्वारा अस्पताल पहुंचकर युवक और उसके परिजनों के बयान दर्ज किए गए. हलांकि पुलिस द्वारा मामले की विवेचना शुरु कर दी गई है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि युवक ने प्रताडऩा के चलते कीटनाशक खा लिया अथवा उसे जबरदस्ती खिलाने का प्रयास किया गया.