नवभारत न्यूज
खंडवा। डीजे पर रोक लगाए जाने के बावजूद जिला प्रशासन के आदेश की खुलकर धज्जियां उड़ती नजर आ रही है। अधिकांश शादियों में डीजे धड़ल्ले से बज रहे हैं। बाराती इनकी धुनों पर डांस कर सडक़ें तक जाम कर रहे हैं। चार महीने बाद विवाह के बैन हटे हैं।
अन्य विधि विधानों में भी इसके धून पर लोग सडक़ों पर झूमते नजर आ रहे हैं। वहीं,डीजे के शोरगुल से आसपास के लोग परेशानी झेल रहे हैं। प्रशासन के शिथिल रवैये को लोग कोसते नजर आ रहे हैं। पिछले समय जिला प्रशासन ने डीजे पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया। इसके लेकर आदेश जारी करते हुए डीजे बजने पर उसे जब्त करने का आदेश भी दिया था।
पहले कार्रवाई भी हुई,अब मौन
कुछ दिनों के लिए जिले में डीजे का शोर थमा था। कार्रवाई भी हुई थी। अब शादी-विवाह में बेरोकटोक डीजे बज रहा है। फिलहाल ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण को लेकर अधिकारियों के दावों की धज्जियां उड़ रही हैं। वैवाहिक समारोह में रोक के बाद भी डीजे बज रहा है। प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस विभाग आँखों से देखते रहने के बाद भी इस पर मौन साधे हुए हैं।
ध्वनि मानकों का ध्यान नहीं
सरकार की ओर से रात व दिन में ध्वनि प्रदूषण का मानक तय किया गया है, ताकि ध्वनि प्रदूषण से दिक्कत न हो। सरकार के स्पष्ट आदेश के बाद भी दिन व रात में काफी तेज आवाज में डीजे बजाया जा रहा है। डीजे व बैंड-बाजा मानक से अधिक ध्वनि प्रदूषण कर रहे हैं। शादियों की भरमार है। जिससे डीजे का भी ज्यादा शोरगुल नजर आ रहा है।
यहां भी सीधा उल्लंघन
जिला एवं सत्र न्यायालय भवन,कलेक्टर कार्यालय,वाणिज्यिक कर कार्यालय एवं जिले के समस्त शैक्षणिक संस्थान व समस्त अस्पताल के आसपास न्यूनतम 100 मीटर तक के क्षेत्र को शांत परिक्षेत्र घोषित किया गया है। इसमें शासकीय जिला अस्पताल शेर चौराहा,सोनी अस्पताल, शिवाजी चौक,गुर्जर अस्पताल, हनुमान नगर, मिश्रा अस्पताल, बड़ाबम, नवोदय अस्पताल,नर्मदा अस्पताल,लेडी बटलर,जैन नर्सिंग होम,प्रकाश अस्पताल,हिन्दुजा अस्पताल, पड़ावा, अत्रिवाल अस्पताल पड़ावा, श्रीमाली अस्पताल रामेश्वर रोड,न्यू लाईफ अस्पताल अवस्थी चौराहा, सांईवान अस्पताल जेल रोड़,जे.जे.मेमोरियल अस्पताल बाहेती कालोनी एवं श्री दादाजी मल्टीस्पेशलिस्ट अस्पताल नीलकंठेश्वर वार्ड के साथ-साथ अन्य समस्त अस्पताल शामिल हंै।