नीमच। जिले में डेंगू बेकाबू होता नजर आ रहा है अक्टूबर में ही बीते साल का रिकॉर्ड टूट चुका है। इसके लिए विभाग ने मैदानी अमले को अलर्ट कर दिया है। मलेरिया विभाग ने दावा किया है कि भले ही पिछले साल से डेंगू के ज्यादा मरीज मिले हैं लेकिन वर्तमान में स्थिति को नियंत्रित कर लिया है। वहीं मलेरिया के मामले भी बढ़ रहे हैं। हालांकि पिछले साल की तुलना इस साल मलेरिया के मामले कम ही सामने आए हैं। डेंगू के सबसे ज्यादा मामले जावद क्षेत्र से निकलकर सामने आए हैं। मनासा व नीमच में स्थिति सामान्य है। इससे पहले 2021 में सबसे ज्यादा मामले सामने आए थे। साल के अंत महीनों में 507 डेंगू के मरीज मिलने से विभाग में हडक़ंप मचा था। इसके बाद 2022 में डेंगू का एक भी मरीज जिलेभर में नहीं मिला जबकि 2023 में 72 मरीज मिले थे। इस साल सिर्फ 10 माह में ही डेंगू के 93 मरीज सामने आ चुके हैं। (नोट- 2024 के आंकड़े अक्टूबर माह तक के, मलेरिया व डेंगू के पॉजिटिव मरीजों की संख्या।) जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड में अधिकतर मरीज डेंगू से मिलते-जुलते लक्षण वाले।
9 साल में डेंगू और मलेरिया की स्थिति साल मलेरिया डेंगू 2016 363 40 2017 87 22 2018 442 14 2019 170 08 2020 70 01 2021 07 507 2022 350 00 2023 371 72 2024 130 93
अब स्थिति नियंत्रण में है –
पिछले साल की तुलना इस बार डेंगू के मरीज बढ़े तो हैं लेकिन विभाग ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया है। दीपावली से पहले कुछ मामले बढ़े थे। फिलहाल स्थिति सामान्य है।
– अल्पेश बारिया, मलेरिया अधिकारी, नीमच