वार्ड 8 और 9 के लोग करेगे चकाजाम, पीडब्ल्यूडी और ननि ने झाड़ा पल्ला, लोग आक्रोशित
नवभारत न्यूज
रीवा, 16 अक्टूबर, शहर में कछुआ गति से सीवर लाइन का काम चल रहा है. खोदी गई सडक़ को उसी रूप में बनाने का अनुबंध है, लेकिन ठेका कम्पनी द्वारा मनमानी की जा रही है. सीवर लाइन का काम होने के बाद सडक़ की मरम्मत नही की गई. जिसके कारण मोहल्ले के लोग धूल फाक रहे है.
शिकायत करने पर पीडब्ल्यूडी नगर निगम पर और नगर निगम पीडब्ल्यूडी पर जिम्मेदारी थोप रहा है. लिहाजा मोहल्ले के लोग परेशान है और अब 18 अक्टूबर को चकाजाम करने का निर्णय लिया है. गौरतलब है कि सीवर लाइन का काम कर रही कम्पनी मेसर्स सहज कंसट्रक्शन द्वारा बोदा रोड़ को खोदा गया है और सडक़ की मरम्मत नही की गई, डस्ट और धूल से लोग परेशान है. लगभग 8 माह से मेसर्स सहज कंसट्रक्शन द्वारा सीवर हेतु खोदी गई रोड के न बनने से नियमित रूप से बच्चे एवं महिलायें सडक़ पर गिर कर घायल हो रहे है व बुजुर्गो एवं बीमारों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है वही दूसरी ओर मुख्य सडक़ पर स्थित दुकानदारों का धूल से हाल बेहाल है. लोक निर्माण विभाग का कहना है कि सडक़ सीवर कम्पनी ने खोदी और खराब की है तो वही बनायेगे वही दूसरी ओर महापौर से शिकायत करने पर कहते है कि यह रोड हमारी नही है पी.डब्लू.डी. की है और वही इसे बनायेगे. इस तरह वार्ड की जनता दो विभागों की लड़ाई में भारी परेशानी झेलने को मजबूर है. जिस कारण 18 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से पाण्डेय बिल्डिंग के सामने बोदा मझियार रोड को आवागमन हेतु बंद किया जायेगा. इसकी लिखित सूचना प्रशासन को दी जा चुकी है. सडक़ बंद आंदोलन के माध्यम से प्रशासन से यह मांग की जायेगी कि सडक़ की धूल हटाई जाये, 7 दिवस के अंदर सडक़ पूर्ववत बनाई जाये. वार्ड के उमेश वर्मा, एड0 कृष्णम शुक्ला, संजीव पाठक, पूर्व पार्षद रमाकांत ने बताया कि बार-बार शिकायत करने पर भी सडक़ की मरम्मत नही कराई गई. जिसके कारण मजबूरन वार्ड 8 एवं 9 की जनता आन्दोलन करेगी.
आश्वासन पर नही किया था चकाजाम
रीवा से मझियार जाने वाले मार्ग में धूल से परेशान लोगो ने मई के महीने में चकाजाम करने की चेतावनी दी थी. जिसके बाद प्रशासन ने आश्वासन दिया था तो चकाजाम नही किया गया. लेकिन उसके बाद भी सडक़ नही बनी. पूर्व मे भी 03 मई को पत्र के माध्यम से प्रशासन का ध्यान नीम चौराहा से रविदास मोड़ तक सीवर लाइन कम्पनी द्वारा खोदी गई रोड के घटिया पुर्ननिर्माण, धूल, गढ्ढों एवं बार-बार शिकायत पर समाधान न होने की शिकायत की गइ्र थी और 08 मई निर्धारित चकाजाम प्रशासन के आश्वासन के बाद वापस लिया गया था.