पुलिस पुडिय़ा पकड़ रही, इंजेक्शन-ड्रग्स माफिया सक्रिया
2023 में शिकंजा, 2024 में कार्रवाई ठंडी पड़ी
जबलपुर: फिल्मउड़ता पंजाब में ड्रग्स के नशे में डूबी दुनिया को पर्दे पर उतारा गया था इसमें बताया गया था कि कि नशे के चंगुल में फंस कर किस तरह लोग बर्बादी के कगार पर पहुंच रहे हैं। इन दिनों कुछ ऐसा ही शहर में देखने को मिल रहा है। शहर के रास्ते होकर ट्रकों के जरिए गांजे की सप्लाई हो रही है। एक राज्य से दूसरे राज्य और फिर अन्य राज्यों में ट्रकों से गांजे की खेप खपाई जा रही है। बीते साल 2023 में दवाईयों और लकडिय़ों की आड़ मेें गांजे की खेप ले जाते पुलिस ने पकड़ा था परंतु 2024 में पुलिस की कार्यवाही ठंडी पड़ी हुई पुलिस सिर्फ गांजे की पुडिय़ा पकड़ रही है इसके अलावा इंजेक्शन और ड्रग माफिया भी सक्रिय है लेकिन पुलिस इन माफियाओं पर शिकंजा नहीं कस रही है। सूत्रों की माने तो गांजा सप्लाई हर दिन बड़ी खेप इधर से उधर कर रहे है। भोपाल में 1800 करोड़ की ड्रग्स एंट टेरर स्क्वॉड और नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पकडी है जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि ड्रग्स माफिया पूरे मप्र में सक्रिय है।
मॉडिफाइड ट्रक से सप्लाई
मॉडिफाइड ट्रकों से सप्लाई हो रही है। ड्राइवर के कैबिन या अन्य जगह पर गुप्त दरवाजे बनाये जातेे है। ट्रक चालक नारियल, लकडिय़ों, दवाईयों समेत अन्य सामान की आड़ मेंं मादक पदार्थ रखकर इसकी बेधडक़ सप्लाई कर रहे है।
अतंर्राज्जीय गिरोह
इस नशे के कारोबार में अंतर्राज्जीय गिरोह सक्र्रिय है। लेकिन पुलिस बड़ी मछली नहीं पकड़ रही है सिर्फ छोटे मोटे तस्करों को ही पकडक़र अपनी पीठ थपथपा रही है।
कई राज्यों में सप्लाई
शहर के रास्ते कई राज्यों में सप्लाई हो रही है। उडिसा, छत्तीसगढ, मध्य प्रदेश , राजस्थान व हरियाणा, मप्र, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब समेत अन्य राज्यों में गांजे की खेप पहुंचाई जा रही है।
ऑपेरशन शिकंजा अभियान हो गया बंद
पुलिस अधिकारियों का दावा होता है कि लगातार नशे के कारोबार में लिप्त अपराधियों पर जबलपुर पुलिस द्वारा निरंतर कार्यवाहियां की जा रही है लेकिन हकीकत यह है कि ऑपरेशन शिंकजा के तहत माफियाओं कें खिलाफ कार्यवाही का दम भरने वाली पुलिस का यह अभियान अब बंद हो गया है। जिसके चलते मादक पदार्थो की तस्करी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
आसानी से मिल रहा नशा, युवा पीढ़ी बर्बाद
नशे में लत में युवा पीढ़ी बर्बार होती जा रही है। गांजा, स्कैम, नशीली दवाईयां, नशीले इंजेक्शन आसानी से मिल रहे है। शहर की गलियों में आसानी से नशा पहुंच रहा है। ऐसे में नशे के आदि होने के बाद से युवा अपराध भी कर रहे है। स्कूल से लेकर कॉलेज में पढऩे वाले छात्र भी नशे के चंगुल में फंसते जा रहे है।
2023 में हुई बड़ी कार्रवाईयां
केस 1
27 अगस्त 2023 में तिलवारा पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान एक ट्रक को पकड़ा था। ट्रक में लकडिय़ां लोड थीं। पुलिस ने ट्रक चालक महेश और हेल्पर शकील को हिरासत में लिया था। ट्रक के कैबिन में गुप्त रास्ता था। 19 क्वींटल 69 किलो गांजा मिला था जिसकी कीमत लगभग 4 करोड़ रूपये थी।
केस 2
11 जनवरी 2023 को पाटन बायपास माढ़ोताल क्षेत्र में पुलिस ने कीटनाशक दवाओं से भरे ट्रक को पकड़ा था जिसमें दवाआं के बीच में 185 किलो गांजा बरामद किया गया था जिसकी कीमत 37 लाख रुपए थी। ट्रक चालक ग्राम महुआखेड़ा थाना सलेहा जिला पन्ना निवासी मनोज लोधी 32 वर्ष को गिरफ्तार किया गया था।
केस 3
2023 में जबलपुर पुलिस द्वारा ड्रग सप्लायर एम.एन. फार्मा मनी प्लाजा बड़ी ओमती के संचालक नीरज परियानी एवं नशीले इंजैक्शन बेचने वाले राजू विश्वकर्मा सहित 14 आरोपियों को पकड़ा था जिनके कब्जे से लगभग 70 हजार नशीले इंजेक्शन जप्त किये गये थे।