मुंबई, 31 जुलाई (वार्ता) अचल सम्पत्ति बाजार पर अुसंधान एवं परामर्श सेवाएं देने वाली फर्म नाइट फ्रैंक इंडिया की बुधवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार मुंबई महानर (बीएमसी क्षेत्राधिकार ) में मकानों की मजबूत मांग के साथ जुलाई में 12,160 अचल सम्पत्तियों के पंजीकरण कराए गए जो सालाना आधार पर पंजीकरण में 19 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है।
यह आंकड़ा पिछले एक दशक में जुलाई का सबसे अच्छा आंकड़ा बताया गया है।
जुलाई 2024 में, आवासीय इकाइयों ने कुल पंजीकरणों का 80 प्रतिशत हिस्सा बनाया, जो शहर में मजबूत आवास मांग को दर्शाता है।
रिपोर्ट के अनुसार माह के दौरान संपत्तियों के इन पंजीकरणों से राज्य सरकार को 1,055 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ जो एक साल पहले इसी माह की तुलना में 27 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुंबई में अगस्त 2023 से मकानों की बिक्री में वार्षिक आधार वृद्धि बनी हुई है जो मकान खरीदारों के आत्म विश्वास को दर्शाता है। विशेष रुप जुलाई 2024 में एक दशक से अधिक समय में किसी भी जुलाई के लिए सबसे अधिक संपत्ति पंजीकरण हुए। नाइट फ्रैंक की राय में संपत्ति लेनदेन में यह उछाल आर्थिक समृद्धि में वृद्धि और मुंबई निवासियों के बीच घर के स्वामित्व के लिए बढ़ती प्राथमिकता के कारण है।
मुंबई में इस वर्ष जनवरी से जुलाई तक 84,653 संपत्ति पंजीकरण दर्ज किए, जो 2023 में इसी अवधि में 72,713 पंजीकरण से 16 प्रतिशतकी वृद्धि को दर्शाता है। इस दौरान राजस्व वसूली सात प्रतिशत की वृद्धि के साथ 6,929 करोड़ रुपये रही।
इसी अवधि के दौरान, मुंबई में प्रति माह औसतन 12,093 संपत्तियों का पंजीकरण कराया गया जो 2023 में इसी अवधि में प्रति माह 10,388 पंजीकरण से 16 प्रतिशत अधिक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल इसी दौरान 922 करोड़ रुपये की तुलना में 2024 में मुंबई में सम्पत्तियों के पंजीकरण से राज्य सरकार को प्राप्त होने वाला औसत मासिक राजस्व 7 प्रतिशत बढ़कर 987 करोड़ रुपये हो गया।
नाइट फ्रैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंधनिदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि मुंबई में “संपत्ति की ऊंची कीमतों के बावजूद, खरीदार का विश्वास ऊंचा बना हुआ है, जो आर्थिक समृद्धि, घर के स्वामित्व के लिए बढ़ती प्राथमिकता और अनुकूल ब्याज दरों से प्रेरित है।”