बीजिंग, 27 जुलाई (वार्ता) चीन के बदायूं जारन रेगिस्तान – टावर्स ऑफ सैंड एंड लेक्स को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की विश्व धरोहर सूची में शामिल कर लिया गया है।
चीन के राष्ट्रीय वानिकी एवं चरागाह प्रशासन के अनुसार, भारत की राजधानी नयी दिल्ली में आयोजित यूनेस्को विश्व धरोहर समिति के 46वीं बैठक यह निर्णय लिया गया। उत्तर-पश्चिमी चीन के अति-शुष्क क्षेत्र में स्थित बदायूं जारन रेगिस्तान देश का तीसरा सबसे बड़ा रेगिस्तान और दूसरा सबसे बड़ा ड्रिफ्टिंग रेगिस्तान है।
रेगिस्तान की उल्लेखनीय विशेषताओं में दुनिया का सबसे ऊंचा, स्थिर रेत का मेगा-ड्यून शामिल है, जिसकी सापेक्ष ऊंचाई 460 मीटर है, अंतर-ड्यूनल झीलों की उच्चतम सांद्रता, तथाकथित गायन रेत और हवा से नष्ट हुए भू-आकृतियों का सबसे बड़ा विस्तार शामिल है। प्रशासन ने कहा कि चीन प्राकृतिक विरासत स्थलों के संरक्षण तथा प्रबंधन को और बढ़ाएगा, अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करेगा और वैश्विक पारिस्थितिक सभ्यता को बढ़ावा देगा।