लूट के इरादे से गला घोंटकर की थी सेना के जवान की हत्या

4 आरोपी गिरफ्तार, जून 2023 में कालीसिंध नदी में मिला था जवान का शव

 

शाजापुर, 24 मार्च. पुणे में तैनात थलसेना के जवान का शव जून 2023 में पुलिस को कालीसिंध नदी से मिला था. पुलिस तब से ही मामले की कडिय़ां जोडक़र आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास कर रही थी. आखिरकार 9 महीने बाद पुलिस ने सैनिक की हत्या में शामिल 4 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ही ली. आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया कि उन्होंने लूट की नियत से सैनिक का गला घोंटकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद शव कालीसिंध नदी में फैंक दिया था.

रविवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में मामले का खुलासा करते हुए एसपी यशपालसिंह राजपूत ने बताया कि सैनिक जसवंत सिंह पिता जगदीश राज निवासी ग्राम समदु थाना रामगढ़ जिला सांबा (जम्मू-कश्मीर) के अज्ञात हत्यारों को ज्ञात करने व उनकी गिरफ्तारी हेतु एसडीओपी बेरछा को विवेचना अधिकारी नियुक्त किया जाकर एसआईटी का गठन किया गया. इसके अलावा अज्ञात आरोपियों की पतारसी व सूचना हेतु उप पुलिस महानिरीक्षक द्वारा 20 हजार रुपए व परिजनों द्वारा रकम रुपए 5 लाख के नकद इनाम की घोषणा की गई थी. 23 मार्च को अनुविभागीय अधिकारी पुलिस बेरछा को मुखबीर से सूचना मिली कि आरोपीगण ग्राम सेमली में मौजूद हैं. इस पर पुलिस द्वारा दबिश दी गई व आरोपी भूरिया उर्फ श्याम सिंह पिता लालसिंह सोलंकी एवं माखन पिता हिंदुसिंह सिसोदिया को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सैनिक जसवंत सिह की हत्या ग्राम सेमली के राहुल पिता पप्पू सिह सोलंकी द्वारा लूट के इरादे से गला घोंट कर की गई थी और लाश को ठिकाने लगाने के लिए अपने मित्र लाल सिंह पिता लाखन सिंह सोलंकी निवासी सेमली को बुलवाया गया. लाल सिंह सोलंकी द्वारा अपने मित्र माखन सिंह एवं भूरिया को साथ लेकर स्वयं की मोटर सायकिल से ग्राम सेमली से कालीसिंध स्टेशन पहुंचा. जहां मुख्य आरोपी राहुल सिंह उनका इंतजार कर रहा था. उनके पहुंचने पर राहुल सिंह द्वारा लाश को दिखाया गया व ठिकाने लगाने का बोला, तो लाश को देखने के बाद लाल सिंह एवं माखन सिंह द्वारा लाश को ठिकाने लगाने में मदद करने से इंकार कर दिया गया, लेकिन राहुल ने अपने मित्रों को दोस्ती की कसम देकर राजी कर लिया. इसके बाद आरोपी राहुल सिह एवं भूरिया ने सैनिक जसवंत सिह के शव को रूपापुरा के नजदीक कालीसिंध नदी में फैंक दिया. इसके पहले बदमाशों ने सैनिक जसवंत सिंह के बायें हाथ में पहनी दो चांदी की अंगूठी, कागजात एवं मोबाईल फोन निकाल लिए. साथ ही हाथ में पहने चांदी के कड़े को निकालने का प्रयास किया, लेकिन कड़ा हाथ से नहीं निकलने के कारण शव को कालीसिंध नदी में फैंक दिया. इस गंभीर मामले में उल्लेखनीय कार्य करने वाले एसडीओपी बेरछा त्रिलोकचंद पंवार, थाना सुंदरसी, थाना बेरछा एवं सायबर सेल टीम को पुलिस अधीक्षक द्वारा घोषित इनाम से पुरस्कृत करने की घोषणा की है.

 

यह था मामला…

दरअसल, 20 जून 2023 को सैनिक जसंवत सिह की पुणे से राजौरी जम्मू कश्मीर जाते समय भोपाल में ट्रेन छूट गई थी, जो गलती से जबलपुर सोमनाथ एक्सप्रेस में बैठ गया था. रास्ते मे गलत ट्रेन में बैठ जाने की जानकारी मिलने पर अन्य ट्रेन के माध्यम से वापस भोपाल जाने हेतु कालीसिंध स्टेशन पर उतर गया था. इस दौरान आरोपियों ने बाहरी व्यक्ति होने से लूट के इरादे से सैनिक की हत्या कर दी थी.

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