मप्र की ड्रोन नीति बनेगी 

– उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश

– प्रदेश में एक जुलाई से शुरू होंगे 55 पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस

प्रशासनिक संवाददाता

भोपाल, 21 जून. मप्र अब तकनीक के मामले में एक कदम और आगे बढ़ाने जा रहा है. केंद्र सरकार जिस तरह से रक्षा से लेकर खेती तक के क्षेत्र में ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा दे रही है, उसी राह पर चलते हुए मप्र अब अपनी ड्रोन नीति बनाने की तैयारी में है.

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस संबंध में शुक्रवार को निर्देश दिए हैं. डॉ. यादव ने मंत्रालय में उच्च शिक्षा विभाग की गतिविधियों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने ड्रोन के बढ़ते उपयोग को लेकर कहा कि उच्च शिक्षा, उद्योग, कृषि और अन्य संबंधित विभागों में ड्रोन के उपयोग और प्रशिक्षण के संबंध में रणनीति बनाकर कार्य किया जाए. विमानन एवं आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे विषयों में युवाओं की रूचि बढ़ रही है, अत: ऐसे विषयों की बेहतर शिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. हाल ही में देश का पहला हेलीकॉप्टर पायलट ट्रेनिंग स्कूल खजुराहो में आरंभ किया गया है. राज्य सरकार का प्रयास है कि जहां-जहां हवाई पट्टियां हैं, वहां-वहां पायलट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, निकटवर्ती विश्वविद्यालय के माध्यम से डिग्री और डिप्लोमा कोर्स की व्यवस्था करें. इस पहल से प्रदेश में रोजगार परक शिक्षा को प्रोत्साहन मिलेगा और निवेश भी आकर्षित होगा.

 

प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का चेहरा बनेंगे उत्कृष्ट महाविद्यालय

 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मप्र में उत्कृष्ट महाविद्यालय प्रारंभ हो रहे हैं, जो प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का चेहरा बनेंगे. ये महाविद्यालय देश के अन्य राज्यों के लिए आदर्श शिक्षण केन्द्र के रूप में पहचान बनाएं, इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग के साथ ही अन्य संबंधित विभागों, स्थानीय प्रशासन, विद्यार्थियों, अभिभावकों और नागरिकों को सजग भूमिका निभानी है.

 

सभी जिलों में एक-एक पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस

 

राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत प्रदेश के सभी जिलों में 1-1 प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेन्स स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है. प्रदेश के 55 जिलों में प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेन्स स्थापित करने के लिए चयनित महाविद्यालयों में अतिरिक्त पदों की स्वीकृति भी दी गयी है. इसके साथ ही आवश्यक बजट भी उपलब्ध करवाया गया है. प्रदेश में सभी जिलों एक साथ कुल 55 प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस एक जुलाई से प्रारम्भ हो रहे हैं. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि एक्सीलेंस कॉलेज जिले का गौरव होगा. एक्सीलेंस कॉलेज से जिले की तहसीलों एवं जिले के नागरिकों को जोड़ें. शुभारम्भ समारोह से जिले के नागरिक भी जुड़ें. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रत्येक पीएम कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस में भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र भी खुलेगा. इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं.

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