नयी दिल्ली, (वार्ता) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष कुमार चौहान ने खुदरा निवेशकों को डेरिवेटिव में कारोबार करने और म्यूचुअल फंड के जरिए शेयरों में निवेश करने की अपील करते हुये आज यहां कि पिछले 10 वर्षाें में निवेशकों को छह गुना लाभ मिला है।
श्री चौहान ने एनएसई सोशल स्टॉक एक्सचेज द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि वर्ष 2014 में शेयर बाजार का बाजार पूंजीकरण 70 लाख करोड़ रुपये था जो वर्ष 2024 में बढ़कर 4.3 अरब लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है।
इस तरह से निवेशकों को छह गुना रिटर्न मिला है।
हालांकि उन्होंने कहा कि इसके लिए निवेशकों को दीर्घकालिक निवेश करने की जरूरत है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वायदा एवं विकल्प (एफ एंड ओ) डेरिवेटिव में कारोबार केवल सूचित निवेशकों तक ही सीमित होना चाहिए, जो जोखिम से निपट सकें और बाजार को समझ सकें।
उन्होंने कहा “खुदरा निवेशकों को एफएंडओ कारोबार में हिस्सा नहीं लेना चाहिए।
उन्हें म्यूचुअल फंड के जरिए शेयरों में निवेश करना चाहिए।
”
उन्होंने आगाह किया कि डेरिवेटिव की अपनी उपयोगिता तो है, लेकिन इसका व्यापार केवल उन्हीं लोगों को करना चाहिए जो जोखिमों को पूरी तरह समझते हैं और उनसे निपटने की क्षमता रखते हैं।
जिन लोगों में यह समझ या जोखिम उठाने की क्षमता नहीं है, उन्हें डेरिवेटिव कारोबार से बचना चाहिए।
इसके बावजूद, लाभ की संभावना और बढ़ते कारोबार दायरे के कारण ‘एफएंडओ ट्रेडिंग’ की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है।
श्री चौहान ने सोशल स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से एनपीओ ने 14 करोड़ रुपये तक जुटाये हैं।
इसके माध्यम से दानदाता आगे का रहे हैं।
इसके जरिये दान देने वालों को संबंधित संगठन के वित्तीय लेनदेन आदि को पूरा ब्योरा मिलता है।