सावित्री को मंत्री बनाने में संघ की पसंद और उनके संघर्ष का ध्यान

सियासत

धार से दूसरी बार लोकसभा चुनाव जीती आदिवासी नेता सावित्री ठाकुर को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया है. 2014 में उन्हें पहली बार लोकसभा का टिकट तत्कालीन प्रदेश संगठन महामंत्री अरविंद मेनन की सिफारिश पर मिला था लेकिन मंत्रिमंडल में उन्हें लेने का फैसला सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मालवा प्रांत इकाई ने भी इस अंचल से किसी आदिवासी को मंत्री बनाने की सिफारिश की थी.सूत्रों के अनुसार संघ की सूची में डॉक्टर सुमेर सिंह सोलंकी और सावित्री ठाकुर के नाम थे. नरेंद्र मोदी को सावित्री ठाकुर की प्रोफाइल अच्छी लगी. सावित्री ठाकुर संघर्ष करके ऊपर आई हैं. उन्होंने एनजीओ के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के मामले में भी काम किया है. यही वजह है कि पिछले दिनों एक पत्र लिखकर प्रधानमंत्री ने उनकी प्रशंसा की थी.

प्रधानमंत्री के उस पत्र के कारण यह संकेत मिला था कि भविष्य में सावित्री ठाकुर को महत्वपूर्ण पद दिया जाएगा. सावित्री ठाकुर धार जिले के धरमपुरी तहसील के ग्राम तारापुर की रहने वाली हैं. पहाड़ी में बसा हुआ यह एक छोटा सा गांव है. 46 साल की उम्र में वे दूसरी बार सांसद चुनी गई हैं. उन्होंने अपने सामाजिक जीवन की शुरुआत 1996 से की थी. वे एक स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से जुड़ी और महिला समन्वयक के तौर पर धार, खरगोन और अन्य क्षेत्रों में आदिवासी और गरीब महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य किया. महिलाओं को ऋण दिलवाने से लेकर शराबबंदी आदि को लेकर विशिष्ट कार्य किए हैं.

2003 में उन्होंने राजनीति में भारतीय जनता पार्टी के माध्यम से अपना पहला चुनावी सफर शुरू किया. इसके तहत 2003 में वे जिला पंचायत सदस्य चुनी गईं. भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें 2004 में जिला पंचायत अध्यक्ष का दायित्व दिया और 2009 तक उन्होंने इस पद पर सफलतापूर्वक कार्य भी किया. वहीं पार्टी स्तर पर कई महत्वपूर्ण दायित्व भी दिए गए. इसमें 2010 में भारतीय जनता पार्टी की जिला उपाध्यक्ष रही. वहीं 2013 में कृषि उपज मंडी धामनोद की डायरेक्टर भी बनी. इस बीच में उन्हें 2014 में अनुसूचित जनजाति बहुल क्षेत्र की महत्वपूर्ण लोकसभा सीट पर भी दायित्व दिया गया. पार्टी ने उन्हें टिकट दिया. इसके चलते उन्होंने 2014 में लोकसभा चुनाव में 10,0000 से अधिक मतों से जीत हासिल की. 2019 तक उन्होंने धार जिले की महत्वपूर्ण रेल परियोजना के लिए विशेष रूप से कार्य करवाए. 2017 में भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया गया.
हाल ही में हुए चुनाव में 2,18665 मतों से धार महू लोकसभा सीट से एक बड़े अंतर के साथ जीत हासिल करते हुए दूसरी बार सांसद चुनी गईं. वर्तमान में आदिवासी महिला विकास परिषद की राष्ट्रीय महामंत्री भी हैं. कार्यकर्ताओं के बीच सावित्री ठाकुर दीदी के नाम से लोकप्रिय हैं. धार जिले के आदिवासी नेता डिप्टी सीएम जैसे महत्वपूर्ण पद पर पहुंचे लेकिन केंद्रीय मंत्री का पद कभी नहीं मिला. हालांकि धार से भाजपा के वरिष्ठ नेता विक्रम वर्मा अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. वे खेल एवं युवक कल्याण विभाग के मंत्री थे. लेकिन वर्मा राज्यसभा सदस्य थे और उन्हें राज्यसभा सदस्य होने के नाते मंत्री पद दिया गया था.

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