रीवा:अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति के लिये महिलाओ ने वट सावित्री का व्रत रखकर विधि विधान से वट वृक्ष की पूजा अर्चना की और पति की लम्बी आयु की कामना की.
सुख-शांति एवं अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति के लिये महिलाओ ने व्रत रखा और शुभ मुहूर्त में पूजा अर्चना कर वट वृक्ष की फेरी लगाई. सुबह स्नान आदि करने के बाद पूजन सामग्री लेकर महिलाएं वृट वृक्ष एवं पीपल के पास जाकर फूल, दूप, दीप एवं हल्दी, सिंदूर आदि से पूजन किया और 108 परिक्रमा कर मनोकामना पूरी करने के लिये भगवान से प्रार्थना की. विवाहित महिलाएं अमावस्या को वट सावित्री का व्रत रखकर पूजा अर्चना कतरी है.
जिले भर में वट सावित्री का व्रत रखकर महिलाओं ने पूजा अर्चना की, साथ ही वट सावित्री कथा भी सुनी. सुबह से वट वृक्ष के नीचे महिलाओं की भीड़ लगी रही. जहां भी वट वृक्ष था महिलाएं पहुंचक विधि विधान से पूजा अर्चना की और पति के लम्बी उम्र की कामना के साथ वृक्षो को बचाने का भी संदेश दिया. सुबह 6.57 मिनट से लेकर शाम 5.38 बजे तक शुभ मुहूर्त था.
इस दौरान महिलाओं ने व्रत के साथ पूजा अर्चना की और वट वृक्ष की पूजा अर्चना के दौरान मनोकामना पूर्ण होने की प्रार्थना की. यह व्रत सौभाग्य देने वाला और संतान की प्राप्ति में सहायता देने वाला माना जाता है. महामृत्युंंजय मंदिर परिसर में स्थित वट वृक्ष एवं पीपल में महिलाओं ने पूजा अर्चना की और फेरे लगाये. सुबह से मौसम ठण्डा था जिसके चलते धूप और गर्मी कम थी. मौसम में ठण्डक होने से महिलाओं को राहत मिली. घरो में भी विधि विधान से पूजा अर्चना की गई और वट सावित्री व्रत की कथा का श्रवण किया