नयी दिल्ली 06 जून (वार्ता) भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने आज कहा कि किसी भी उपभोक्ता के मोबाइल कलेक्शन काटने या सेवा समाप्त करने का संदेश देने के लिए उसने किसी भी तीसरे पक्ष की एजेंसी को ग्राहकों से संपर्क करने के लिए अधिकृत नहीं किया है।
ट्राई ने यहां जारी बयान में कहा कि ट्राई से होने का दावा कर इस तरह के कॉल करने और मोबाइल नंबर डिस्कनेक्शन की धमकी देने वाले किसी भी प्रकार के संचार (कॉल, संदेश या नोटिस) को संभावित धोखाधड़ी का प्रयास माना जाना चाहिए।
उसने कहा कि उसके संज्ञान में लाया गया है कि नागरिकों को धोखाधड़ी वाले व्हाट्सएप संदेश, एसएमएस और वॉयस कॉल किए जा रहे हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि वे भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण से हैं। अपराधी जाली नोटिस का उपयोग कर रहे हैं, जो भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) के वरिष्ठ अधिकारियों के आधिकारिक संचार जैसा दिखता है। इन नोटिसों में प्राप्तकर्ता के मोबाइल नंबर से जुड़ी अवैध गतिविधि का झूठा आरोप लगाया जाता है और उन्हें कानून प्रवर्तन से संपर्क करने या सेवा समाप्ति का सामना करने के लिए दबाव डाला जाता है। नागरिकों को यह भी धमकी दी जाती है कि अगर वे जवाब नहीं देते हैं तो उनके मोबाइल नंबर काट दिए जाएंगे। कई बार, दुर्भावनापूर्ण अभिनेता व्यक्तियों को मैलवेयर इंस्टॉल करने या फ़िशिंग लिंक पर क्लिक करने के लिए धोखा देने का प्रयास कर सकते हैं। ट्राई मोबाइल नंबर डिस्कनेक्शन के बारे में संदेशों या आधिकारिक नोटिस के माध्यम से संचार शुरू नहीं करता है।
ट्राई ने किसी भी तीसरे पक्ष की एजेंसी को ऐसे उद्देश्यों के लिए ग्राहकों से संपर्क करने के लिए अधिकृत नहीं किया है। इसलिए, ट्राई से होने का दावा करने वाले और मोबाइल नंबर डिस्कनेक्शन की धमकी देने वाले किसी भी प्रकार के संचार (कॉल, संदेश या नोटिस) को संभावित धोखाधड़ी का प्रयास माना जाना चाहिए।
साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी के लिए दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने के लिए, नागरिकों को दूरसंचार विभाग के संचार साथी मंच पर चक्षु सुविधा के माध्यम से संदिग्ध धोखाधड़ी वाले संचार की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।