![राजग की जीत से नीतिगत स्थिरता का उम्मीद, सीट घटने से सुधार धीमा पड़ सकता है:मूडीज](http://www.uniindia.net/cms/gall_content/2024/6/2024_6$largeimg05_Jun_2024_173426827.jpg)
नयी दिल्ली, 05 जून (वार्ता) वैश्विक वित्तीय साख प्रमाणन एजेंसी मूडीज का कहना है कि श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी सरकार बनने से देश की आर्थिक नीतियों में निरंतरता बनी रहने की उम्मीद है लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले गठबंधन का बहुमत इस बार हल्का होने से सुधारों की गति पर असर पड़ सकता है।
मूडीज ने लोकसभा के मंगलवार को जारी नतीजों पर निवेशकों के लिए जारी एक सामान्य परचे में बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का बहुमत पहले से हल्का होने के दूरगामी आर्थिक और राजकोषीय सुधारों को लागू करने में देरी हो सकती है। नोट में कहा गया है कि सुधारों में देरी से राजकोषीय स्थिति को मजबूत करने के सरकार की योजना की प्रगति बाधित हो सकती है।
मूडीज ने इन परिणामों पर परचे में कहा है, “हमें उम्मीद है कि खास तौर पर बुनियादी ढांचे पर खर्च और देश में विनिर्माण को बढ़ावा देने पर बजटीय जोर के संबंध में लागू नीतियों की निरंतरता, मजबूत आर्थिक वृद्धि में सहायक होगी।”
पर मूडीज का यह भी सोचना है कि राजग की जीत का अपेक्षाकृत कम अंतर, साथ ही संसद में भाजपा को पूर्ण बहुमत से पीछे रह जाने से अधिक दूरगामी आर्थिक और राजकोषीय सुधारों की प्रगति में देरी हो सकती है जो राजकोषीय मजबूती की राह पर प्रगति में बाधाएं उत्पन्न कर सकती है।
भारतीय अर्थव्यवस्था की शक्ति के बारे में मूडीज का अनुमान है , ” भारत की आर्थिक शक्ति के बारे में हमारा आकलन है कि 2023-24 से 2025-26 के तीन साल के दौरान वास्तविक आर्थिक वृद्धि में लगभग सात प्रतिशत रह सकती है। इस दौरान बुनियादी ढांचे के विकास और डिजिटलीकरण पर जोर के कारण उत्पादकता में सुधार होगा और इन विकास प्रक्रियाओं के परिणामस्वरूप मध्यम अवधि में आर्थिक वृद्धि की संभावनाएं और ठोस होंगी।”
उल्लेखनीय है कि आम चुनावों में राजग को 543 सदस्यीय लोक सभा में 293 सीटों के साथ लगातार तीसरी बार बहुमत मिला है और श्री मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने का इतिहास बनाने जा रहे हैं।