मुख्य प्रहरी सहित दो सस्पेंड,
12 घंटे अपने स्तर पर की खोजबीन, नही मिला तो अधिकारियों को दी सूचना
इंदौर: महू की उप जेल से एक विचाराधीन कैदी 15 फीट ऊंची दीवार कूद कर फरार हो गया. जेल के कर्मचारी पहले तो उसे 12 घंटे तक ढं¸ूढ़ते रहे, जब उन्हें सफलता नहीं मिली तो कैदी के फरार होने की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी. फरार कैदी की जानकारी लगते ही जेल अधीक्षक ने जेल डीजी को बताया. डीजी के आदेश पर मुख्य प्रहरी के साथ ही जेल प्रहरी क सस्पेंड कर अन्य कैदियों व कर्मचारियों से पूछताछ शुरु की.
महू उपजेल में बालात्कार के केस में सजा काट रहा एक विचाराधीन कैदी रविवार की सुबह 15 फीट ऊंची दीवार फांद कर फरार हो गया. कैदी के फरार होने की जानकारी उप जेल में आग की तरह फैल गई. जेल के कर्मचारियों ने उसे ढूंढने में 12 घंटे लगा दिए. जब वह नहीं मिला तो उसकी सूचना जेल अधीक्षक अलका सोनकर को दी. अधीक्षक को जानकारी लगते ही उन्होंने इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी. जेल डीजी के आदेश पर जेल अधीक्षक ने मुख्य प्रहरी मोहनसिंह बारिया तथा जेल प्रहरी लखन निंगवाल को सस्पेंड कर जेल के अन्य कर्मचारियों व कैदियों के बयान लिए.
जेल अधीक्षक सोनकर सोमवार को भी महू उपजेल पहुंच स्टाफ से पूछताछ करने के बाद वहां लगे सभी सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखने के बाद जांच शुरू की. रविवार की रात लगभग साढ़े दस बजे महू जेल के सहायक जेल अधीक्षक मनोज कुमार चौरसिया की शिकायत पर महू पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया. पुलिस को की गई शिकायत में बताया गया कि फरार कैदी की मदद एक अन्य कैदी बड़नगर में रहने वाले जगदीश रमेश साठिया ने भी की थी इसलिए दोनों पर प्रकरण दर्ज कर फरार कैदी की तलाश शुरु कर दी.