मुरैना, 21 मई मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के तीन गांवों की करोड़ों रुपये कीमत की 1578 बीघा निजी भूमि को सरकारी घोषित किया गया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार पूर्व में यह सरकारी भूमि थी, जिसे वहां पदस्थ पटवारियों ने ग्रामीणों से मिलकर निजी भूमि दर्शा दिया था। कलेक्टर अंकित अस्थाना के मार्गदर्शन में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ( एसडीएम) जौरा प्रदीप सिंह तोमर ने जांच के बाद तहसील जौरा के तीन ग्राम खरिका की 785 बीघा भूमि, ग्राम नंद पुरा की 315 बीघा भूमि एवं ग्राम खांडोली की 478 बीघा निजी भूमि को सरकारी करवाया है।
इस प्रकार कुल 1578 बीघा भूमि निजी से सरकारी की गई है।
एसडीएम जौरा ने बताया कि इन तीनों ग्राम में सरकारी भूमि का रकबा बढ़ाकर, नये सर्वे नम्बर बनाकर, बगैर किसी आदेश से बटा नंबर करके शासकीय भूमि पर निजी नाम दर्ज किए गए थे। इसकी जांच उपरांत भूमि पुनः शासकीय की गई है, जिन पटवारियों के कार्यकाल में यह किया गया है, उसकी जांच की जा रही है।