नयी दिल्ली/भोपाल, 19 मई (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा देश को पहले नंबर पर रखा, लेकिन कांग्रेस ने परिवार को पहले नंबर पर रखा है।
डॉ यादव ने दिल्ली में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा से देश को पहले नंबर पर रखा। उन्होंने देश की खातिर अपना पूरा जीवन लगा दिया। खुद के पास अपना कुछ नहीं है, लेकिन उन्होंने देशवासियों के लिए सब कुछ किया। हर वर्ग, हर क्षेत्र का विकास किया। एक तरफ प्रधानमंत्री ने देश को नंबर एक पर रखा तो वहीं कांग्रेस ने हमेशा से सिर्फ एक परिवार को ही नंबर एक पर रखा। इनकी पांच-पांच पीढ़ियां प्रधानमंत्री बनती रहीं, लेकिन इन्होंने कभी भी देश की चिंता नहीं की। सिर्फ अपने परिवार की चिंता ही इन्हें रहती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार भी परिवार की चिंता की खातिर जनता को बरगलाकर वोट लेना चाहते हैं। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी रायबरेली में कह रही हैं कि उन्होंने राहुल गांधी को वहां की जनता को सुपुर्द कर दिया है, लेकिन सेवा और सुपुर्द करने में बड़ा अंतर होता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी देश की सेवा कर रहे हैं।
डॉ यादव ने कहा कि दिल्ली वैसे तो दिलवालों की है, लेकिन यह झूठेलों के हाथों में है। आम आदमी पार्टी और उनके नेता श्री अरविंद केजरीवाल तो झूठ के विश्व रिकार्ड बना रहे हैं। जब दिल्ली वालों ने उन्हें सत्ता सौंपी थी तो उनको झूठ बोला था। ऑटो में बैठकर आफिस गए, बंगला नहीं लिया, लेकिन यह सब झूठ अब सामने आ चुका है। किस तरह से आम आदमी पार्टी और श्री केजरीवाल ने दिल्ली वालों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। किस तरह से उन्होंने कुर्सी की खातिर अन्ना हजारे के आंदोलन में शामिल होकर दिल्लीवासियों के साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने अन्ना हजारे को भी ठगा है। यह दिल्ली है, जो अब कभी भी श्री केजरीवाल को माफ नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने विरोधियों को आईना दिखाने का काम किया है। उन्होंने करके दिखाया है कि किस तरह से देश का विकास होता है, कैसे देश का मान-सम्मान बढ़ा है। अब ये सारे घमंडिया गठबंधन के लोग उन्हें जी भरकर अपशब्द कह रहे हैं। देश की आजादी के बाद राजा, महाराजाओं ने भी अपनी-अपनी सत्ता छोड़ दी। वे भी चाहते थे कि जनता का शासन, जनता द्वारा ही चले, लेकिन एक परिवार ने उस समय भी कुर्सी का मोह नहीं छोड़ा। सरदार वल्लभ भाई पटेल को प्रधानमंत्री बनाने की चर्चा चली तो उन्हें नहीं बनने दिया। जवाहरलाल नेहरू बन गए और तब से लेकर अब तक नहीं पांच पीढ़ियां प्रधानमंत्री बनीं।