नवभारत न्यूज
रीवा, 17 मई, विद्युत विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, शुक्रवार की दोपहर मैदानी में 33 के.वी लाइन के मरम्मत के दौरान अचानक करंट आ जाने से दो आउटसोर्स कर्मचारी घायल हो गये. जिसमें से एक की हालत गंभीर होने पर संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आउटसोर्स कर्मचारी संघ ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर जांच कराकर निष्पक्ष कार्यवाही नही हुई तो पूरे शहर की विद्युत सप्लाई बंद कर दी जायेगी.
जानकारी के मुताबिक मैदानी में 33 के.वी लाइन के मरम्मत के लिये बकायदे परमिट लिया गया था और पोल में चढक़र आउट सोर्स कर्मचारी आशीष पाण्डेय निवासी दादर एवं राजू पटेल काम कर रहे थे. बगल से गुजर रही दूसरी लाइन टकरा गई, जिसमें करंट प्रवाहित था. जिसकी चपेट में दोनो कर्मचारी आ गये, आशीष पाण्डेय के पैर एवं पीठ में गंभीर चोट आई है, जबकि राजू पटेल को हल्की चोट आई है. इस हादसे के बाद आनन-फानन कर्मचारियों को संजय गांधी अस्पताल पहुंचाया गया. जहां आशीष की हालत गंभीर होने पर भर्ती कर लिया गया है. आउटसोर्स कर्मचारियों को 33 केवी लाइन में सुधार के लिये नही चढ़ाना चाहिये, यह विभाग की एक बड़ी लापरवाही है.
एई मेंटीनेंस रहे नदारत
आउटसोर्स कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मुकेश पाण्डेय ने आरोप लगाते हुए कहा कि सिटी डिवीजन के लाइन स्टाप को सुरक्षा उपकरण नही दिया गया है न ही ग्लब्स है और न ही अन्य उपकरण, जान जोखिम में डालकर कर्मचारी काम करते है. 33 केवी लाइन का परमिट लेने के बाद मरम्मत के दौरान एई मेंटीनेंस को मौके पर होना चाहिये, लेकिन नदारत थे. पूरा काम संंविदाकर्मी संजय सिंह चौहान के हवाले है और मेंटीनेंस के माईबाप वही है. श्री पाण्डेय ने चेतावनी दी है कि अगर सुरक्षा उपकरण नही किये गये एवं पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नही हुई तो कामबंद कर विद्युत सप्लाई बंद कर दी जायेगी.