एनजीटी द्वारा गठित टीम अवैध स्टोन क्रेसरो की जांच करने पहुंची

13 स्टोन क्रेसरो की हुई जांच, नियमो का पाया गया उल्लंघन, आज होगी सतना में जांच

नवभारत न्यूज

रीवा, 15 मई, रीवा जिले के पश्चिमी क्षेत्र में एनजीटी की गाइड लाइन के विपरीत नियमो की धज्जियां उड़ाते हुए संचालित स्टोन क्रेसरो की जांच करने बुधवार को टीम पहुंची. एनजीटी द्वारा गठित टीम के सदस्यों ने बैजनाथ, भोलगढ़, खम्हरिया, सकरवट में पहुंचकर स्टोन क्रेसरो का निरीक्षण किया, जहां व्यापक कमियां पाई गई. क्रेसर संचालको ने न तो वृक्षारोपण किया है और न ही धूल को रोकने के लिये बाउंड्रीवाल जैसे उपाय किये है. एनजीटी द्वारा गठित टीम अपनी रिपोर्ट सौपेगी.

उल्लेखनीय है कि क्षेत्र में हो रहे धूल, वायु एवं जल प्रदूषण के साथ अवैध रूप से चल रहे स्टोन क्रेसर को लेकर एनजीटी में याचिका लगाई गई. जिसकी सुनवाई के दौरान एनजीटी भोपाल ने स्टोन क्रेसरो में जांच के लिये टीम गठित की और 13 स्टोन क्रेसरो की जांच करने बुधवार को टीम पहुंची, जहां दस्तावेज भी देखे गये. एनजीटी की सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता द्वारा पक्ष रखा गया. जिसके बाद एनजीटी ने 13 स्टोन क्रेसर की जांच के लिये टीम गठित की. बुधवार को सुबह से लेकर शाम 4 बजे तक टीम ने सभी स्टोन क्रेसरो में पहुंचकर जांच की. जांच के दौरान नियमो की धज्जियां उड़ती पाई गई. धूल को रोकने के लिये न तो पेड़ लगाये गये और न ही ऊंची बाउंड्रीवाल की गई है. यह देख टीम के सदस्यों के होश उड़ गये. खुलेआम प्रदूषण नियमो का उल्लंघन पाया गया. स्टोन क्रेसर संचालको से उनके दस्तावेज एवं एनओसी भी देखी गई. मजे की बात तो यह है कि जांच के दौरान यह पाया गया कि एक लीज पर आपसी सहमति से कई क्रेसर संचालक पत्थर का उत्खनन कर रहे है. सिया के भी सदस्य टीम में शामिल थे जिनके द्वारा सिया के नियमों का पालन हो रहा है कि नही इसका भी अवलोकन किया गया. भारी मी पाई गई, पूरी रिपोर्ट तैयार कर एनजीटी को सौपी जायेगी. 13 क्रेसरो को लेकर अधिवक्ता अतुल जैन एवं बी.के माला द्वारा याचिका लगाई गई. जिसकी सुनवाई के बाद जांच के लिये एनजीटी द्वारा टीम गठित की गई. जांच में पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण भोपाल के अधिकारी, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड रीवा के सदस्य, प्रमुख सचिव खनिज विभाग के प्रतिनिधि के रूप में जिला खनिज अधिकारी, सिया के सदस्य, सेट्रल एनजीटी के सदस्य कलेक्टर रीवा के प्रतिनिधि के रूप में तहसीलदार हुजूर, पुलिस अधीक्षक के प्रतिनिधि के रूप में संबंधित थाना प्रभारी के अलावा याचिकाकर्ता अधिवक्ता बी.के माला मौजूद रहे. ज्ञात हो कि इसके पूर्व भी एनजीटी में याचिका लगाई गई थी जिसके बाद 36 स्टोन क्रेसरो में ताला जड़ दिया गया था और अब यह दूसरी याचिका है.

जांच प्रभावित करने बनाया जा रहा था दबाव: माला

वायु एवं जल प्रदूषण फैला रहे स्टोन क्रेसर को लेकर एनजीटी में अधिवक्ता बी.के माला द्वारा याचिका लगाई गई थी. चर्चा के दौरान बी.के माला ने बताया कि एनजीटी द्वारा गठित टीम ने बुधवार को सभी स्टोन क्रेसरो की जांच की है और जांच के दौरान कई कमियां पाई गई. टीम द्वारा बेला, बैजनाथ, भोलगढ़, सकरवट में अवैध रूप से संचालित स्टोन क्रेसरो की जांच की. कई विषयो को देखा गया है यह जांच प्रतिवेदन एनजीटी न्यायालय में प्रस्तुत किया जायेगा. उन्होने बताया कि जांच के दौरान स्टोन क्रेसर संचालक उपस्थित थे और लगातार दबाव बनाया जा रहा था ताकि जांच प्रभावित हो सके. उन्होने बताया कि याचिककर्ता पर याचिका वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था. लेकिन जांच टीम ने अपनी जांच की बगैर किसी दबाव के, कल सतना में जांच होगी.

इन क्रेसरो पर जांच करने पहुंची टीम

एनजीटी भोपाल द्वारा गठित टीम जिले की 13 स्टोन क्रेसर में जांच करने पहुंची. हुजूर तहसील के अन्तर्गत खम्हरिया में स्थित महादेव स्टोन क्रेसर, नारायण स्टोन क्रेसर भोलगढ़ खम्हरिया, शारदा स्टोन क्रेसर भोलगढ़ खम्हरिया, आरूस स्टोन क्रेसर भोलगढ़ खम्हरिया में टीम जांच करने पहुंची. इसी तरह बैजनाथ स्थित त्रिमूर्ति स्टोन क्रेसर, एसआर स्टोन क्रेसर, सहारा स्टोन क्रेसर की बैजनाथ में तीन फर्मे है, ब्रम्हशक्ति स्टोन क्रेसर, राम प्रेम स्टोन क्रेसर, शारदा स्टोन क्रेसर, वृन्दावन स्टोन क्रेसर में एनजीटी की टीम ने निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट तैयार की.

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