सीहोर। बेमौसम बारिश ने भले ही लोगों को चिलचिलाती धूप व गर्मी से राहत दिलाई हो, लेकिन इससे उन किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं, जिनके खेतों में उपज, लहसून व भूसा पड़ा हुआ है. बारिश होने से लहसून की कलियों को नुकसान पहुंचने का अंदेशा बना हुआ है तो भूसा भी भीगने का डर बना है.उधर,उपार्जन केन्द्रों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं।
मौसम के बिगड़े तेवर देखकर किसानों के चेहरों पर हवाईयां उड़ रही हैं, क्योंकि वह उपार्जन केन्द्रों पर उपज से लदी ट्रैक्टर- ट्रालियां लेकर अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं. गुरुवार को मंडी स्थित सायलो के बाहर इतनी तादाद में ट्रैक्टर- ट्रालियां खड़ी थीं कि कई घंटे तक जमोनिया मार्ग पर जाम के हालात बने रहे.बारिश का मौसम वैसे तो बीती रात से शुरू हो गया था. अहमदपुर, दोराहा आदि क्षेत्रों में जोरदार हवाओं का दौर बना रहा तो कहीं- कहीं बूंदाबांदी हुई थी.
ट्रैक्टर- ट्रालियों में फसल लिए खड़े किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें
