इंदौर:गर्मियों में पानी की किल्लत के नजारे दिखाई देने लगे हैं. जिस तरह से शहर की जनसंख्या में इजाफा होता जा रहा है वहीं शासन प्रशासन को जन सुविधाओं की पूर्ति करने में भी कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.नगर निगम का दावा किया गाया था कि पानी की पूर्ति को लेकर शहर भर के प्रत्येक वार्ड में पानी की सप्लाई सफलता पूर्वक की जाएगी लेकिन आज भी ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर पानी की लेकर किल्लत दिखाई देती है. कहीं बोरिंग सूख जाते हैं तो कहीं नर्मदा लाइन से पानी नहीं मिल पाता. पानी के लिए नगर निगम द्वारा पानी के टैंकर क्षेत्र में पहुंच जाते हैं.
अमृत योजना के तहत शहरभर में 100 से ज्यादा पानी की टंकी का निर्माण हो चुका है लेकिन शहर की बढ़ती जनसंख्या ने इस योजना को भी सफल होने नहीं दिया. पानी की किल्लत अब बढ़ रही है क्योंकि अब हर क्षेत्र की पानी की टंकी पर पानी के टैंकरों की कतार दिखाई देने लगी है. आम लोग भी पानी की कुप्पीयां साइकिल ऊपर लादे हुए दिखाई देते हैं. एक जानकारी के अनुसार प्रत्येक वार्ड में टैंकर पहुंचने की संख्या में ईज़ाफा हुआ है. हालांकि अमृत योजना का पार्ट वन के बाद पार्ट 2 पर काम कार्य शुरू किया गया है इस विकास कार्य के बाद शहर भर में तकरीबन डेढ़ सौ टंकियों के माध्यम से शहर भर को पानी पहुंचाया जाएगा.
इनका कहना है
तीन-चार महीने तक पानी की किल्लत होती है. उसके बाद सब सामान्य हो जाता है. अब गर्मी में पानी की पूर्ति करने के लिए लोगों को दूर दराज जाकर पानी लाना पड़ेगा.
– चेतन कुमाड़, हवा बंगला
पानी की किल्लत से होने वाली समस्या लोगों को हर वर्ष उठानी पड़ती है कई क्षेत्रों में पानी की किल्लत बाराह महीने बनी रहती है. नगर निगम ऐसे क्षेत्रों में भी कार्य करे.
– काशीराम पालदा
पानी की जरूरत बढ़ जाती है और धरती में भी पानी की कमी हो जाती है. शहर की जनसंख्या बढ़ेगी तो स्वाभाविक है कि योजनाएं धराशाई होगी लेकिन प्रयास सतत बनाए रखना पड़गा.
– मारूफ खान, खजराना