धू-धू कर जलता रहा जंगल, सोता रहा वन अमला

मामला सरई पश्चिमी के पुटूपानी एवं बेलवानी जंगल का, कई किलोमीटर तक फैली रही आग, लाखों का नुकसान

सिंगरौली : वन मण्डल सिंगरौली के वन परिक्षेत्र पश्चिमी सरई के पुटूपानी एवं बेलवानी जंगल में धू-धू कर जंगल जलता रहा और वन विभाग का अमला कुम्भकरणीय निद्रा में था। तकरीबन सौ हेक्टेयर जंगल के बेश कीमती के ईमारती लकड़ी, पेड़-पौधे, जड़ी बुटियां जल कर खाक हो गई। यह आगजनी की घटना तीन दिन पहले की हैै।
दरअसल जंगल में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इन आगजनी घटनाओं से निपटने के लिए वन विभाग के पास कोई ठोस इंताजामात एवं रणनीति नही है। जिसके चलते वन स्वाहा हो रहे हैं। ऐसा ही मामला वन परिक्षेत्र सरई पश्चिमी के पुटूपानी एवं बेलवानी जंगल का है। जहां आग ने जंगल को अपने आगोश में लेते हुये हजारो-लाखों की संख्या में छोटे-छोटे पेड़-पौधों को जलाकर राख में तब्दील कर दिया है। जंगल के ईर्द-गिर्द रहने वाले कई रहवासियों ने बताया की जंगल में आग दो-चार हेक्टेयर में नही बल्कि सैकड़ो एकड़ जंगल में फैल गई। आग से करीब चार से पॉच दिन तक जंगल धू-धू कर जलता रहा।

इसके बावजूद वन अमला को कुम्भकरणीय निद्रा में था। जिसके चलते आग बेकाबू होकर जंगल को अपने चपेट में ले ली। ग्रामीण यह भी बताते हैं कि जब आग बेकाबू हो गई और कई किलोमीटर दूरी तक फै ल गई तब स्थानीय वन अमले की निद्रा टूटी । इसके बाद स्थानीय वन सुरक्षा समिति के सुरक्षा के माध्यम से आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। लेकिन तब तक में जंगल को आग तहस-नहस कर हजारों की संख्या में पेड़-पौधों को नष्ट कर राख में तब्दील कर दिया। फिलहाल पश्चिमी सरई के पुटूपानी एवं बेलवानी जंगल में तीन दिन पूर्व लगी भीषण से जहां भारी संख्या में पेड़-पौधे तबाह हो गये। वही वन्यप्राणियों के आग के चपेट में आने की खबर है। हालांकि इस मामले में वन विभाग की अधिकारी महज एक हेक्टेयर में आग लगने एवं उसपर काबू पाने का दावा कर रहे हैं। वन अमले की दावे में कितना दम है। वास्तविक स्थल निरीक्षण से सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।
भारी भरकम पेड़ भी जलकर स्वाहा
प्रत्यक्षदर्शी बताते है कि पुटूपानी एवं बेलवानी जंगल मेें करीब तीन दिन पूर्व लगी भीषण आग से भारी भरकम पेड़ भी जलकर स्वाहा हो गये। बड़े-बड़े पेड़ जलकर स्वाहा हो गये। फिर अंदाजा लगाया जा सकता है कि आग कितनी भीषण थी। छोटे-छोटे पेड़-पौधें एवं जड़ीबुटियों का नामोनिशान मिट गया होगा। वन विभाग अमला भले ही अपने करतूतों पर पर्दा डालने के लिए उच्च अधिकारियों को सही जानकारी नही दिया हो। लेकिन आगजनी से तबाह जंगल खुद बया कर रहा है। की यहां भीषण आग ने जंगलों को लाखों-करोड़ों रूपये का नुकसान पहुंचाया है। कही न कही इसमें वन विभाग के स्थानीय अमले की लापरवाही सामने आई है। आसपास के लोगों का मानना है कि समय रहते वन विभाग का स्थानीय अमला संजीदा रहता तो इतना बड़ा नुकसान न होता।
इनका कहना:-
वन परिक्षेत्र पश्चिमी सरई के जंगल में आग लगने की जानकारी मिली थी। करीब एक हेक्टेयर जंगल में आग लगी थी । ऐसी जानकारी मिली थी। उसपर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है।
एसडी सोनवानी
उप वन मण्डलाधिकारी, देवसर

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