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रीवा/चाकघाट, 14 दिसम्बर, लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका विषय पर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसके मुख्य अतिथि रीवा सांसद जनार्दन मिश्र रहे. जबकि अध्यक्षता त्योंथर क्षेत्र के पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी ने की. संगोष्ठी के मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार मधुकर द्विवेदी थे. सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि हमारे पत्रकार बंधु लोकतंत्र के सच्चे प्रहरी हैं और तमाम कठिनाइयों के बावजूद वे अपना दायित्व बखूबी निभाते हैं. उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं को शासन-प्रशासन को अवगत कराने में आंचलिक पत्रकारों का बहुत योगदान रहता है. पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी ने कहा कि आज समाज में मीडिया का विश्वास बढ़ा है और आम जनता चाहती है कि पत्रकार निष्पक्ष होकर काम करें. वरिष्ठ पत्रकार मधुकर द्विवेदी ने कहा कि पत्रकारिता का ध्येय लोक मंगल होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मीडिया के योगदान के बिना लोकतंत्र मजबूत हो ही नहीं सकता. डॉ. रघुराज प्रताप सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि पत्रकारों को बिना किसी भेदभाव के निर्भीक होकर अपने दायित्व का निर्वहन करना चाहिए. वरिष्ठ पत्रकार रामलखन गुप्त ने मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए उसके सामयिक महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने पत्रकारों से देवर्षि नारद की तरह जनकल्याणकारी एवं पारदर्शी पत्रकारिता करने का आग्रह किया. ब्रह्मनारायण शर्मा ने त्योंथर अंचल की जन समस्याओं को उठाने के लिए क्षेत्रीय पत्रकारों की पहल की सराहना की. संगोष्ठी में धर्मेन्द्र पाण्डेय, मनोज शुक्ला, प्रदीप सिंह, सूर्यकांत शुक्ल, चंदन मिश्र, संजय पाण्डेय आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए. इस अवसर पर क्षेत्र के सुप्रसिद्ध संगीताचार्य रामाज्ञा त्रिपाठी ने अपने सुमधुर कंठ से मधुकर द्विवेदी के यशपूर्ण व्यक्तित्व पर केन्द्रित स्वरचित गीत प्रस्तुत किया.