उज्जैन। सोमवार 8 अप्रैल को भूतडी अमावस्या स्नान पर्व, शिप्रा नदी के विभिन्न घाटों पर एवं मंगलवार 9 अप्रैल को दीपोत्सव पर्व रामघाट पर भव्य स्तर पर मनाया जाना है, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु रामघाट सहित क्षिप्रा नदी के विभिन्न घाटों पर स्नान करेंगे।
पर्व के दौरान जलजनित दुर्घटनाओं से श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु होमगार्ड एवं एसडीईआरएफ के 140 की संख्या में अधिकारी, कर्मचारी एवं कुशल तैराक जवान मय आपदा उपकरणों के शिफ्टवार तैनात किये गये हैं। जिला सेनानी संतोष कुमार जाट द्वारा पर्व से पूर्व ही अधिकारी, कर्मचारी एवं जवानों की बैठक लेकर पर्व को सुरक्षित बनाने हेतु दिशा-निर्देश दिये गये कि घाटों पर किस प्रकार से ड्यूटी सम्पादित की जाये एवं श्रद्धालुओं को नम्रतापूर्वक गहरे पानी में न जाने की समझाईश दें। जिला सेनानी ने बताया कि घाटों पर लाईफ बाय द्वारा बेरिकेटिंग की गई है। जिससे कोई श्रद्धालु गहरे पानी में न जा सके एवं बाहर से आये श्रद्धालु सुरक्षित क्षेत्र में ही स्नान कर सकें। रामघाट पर चार मोटर बोट मय आपदा प्रबंधन सामग्री के लगाई गई है। मोटर बोट के माध्यम से सतत पेट्रोलिंग कर पर्व को सुरक्षित बनाये जाने की पूर्ण तैयारियां की गई है। अन्य घाटों पर भी जवानों को लाईफबॉय एवं लाईफ जैकेट व अन्य आपदा सामग्रियों के साथ तैनात किया गया है।