कांग्रेस में मची भगदड़ को रोक नहीं पा रहे हैं पटवारी

छिंदवाड़ा में एक के बाद एक बड़े कांग्रेस के नेता पार्टी छोडऩे जा रहे हैं. अमरवाड़ा के विधायक कमलेश शाह के बाद युवा महापौर विक्रम अहाके ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा के जॉइनिंग कमेटी के संयोजक डॉ नरोत्तम मिश्रा कहते हैं कि 6 अप्रैल तक कांग्रेस से भाजपा की ओर आने वालों की संख्या एक लाख हो जाएगी। इधर कांग्रेस गुटबाजी और जातीय समीकरणों के चलते खंडवा, ग्वालियर और मुरैना के टिकट घोषित नहीं कर पा रही है। दरअसल,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी न केवल टिकट वितरण के मामले में उलझ गए हैं, बल्कि उनके लिए कांग्रेस में मची भगदड़ रोकना और प्रत्याशियों के लिए चुनाव खर्च जुटाना भी बेहद मुश्किल हो रहा है। टिकट वितरण और चुनाव अभियान के मामले में कांग्रेस भाजपा से काफी पीछे रह गई है।

इधर,कांग्रेस में मची भगदड़ का यह आलम है कि पिछले तीन महीनों में 20,000 से अधिक नेता और कार्यकर्ता पार्टी छोड़ चुके हैं। यह सिलसिला अभी थमा नहीं है। इसके अलावा जीतू पटवारी की एक बड़ी चिंता चुनाव का खर्च जुटाना है। कमलनाथ यह काम आसानी से कर लेते थे लेकिन जीतू पटवारी को इस संबंध में भारी दिक्कतें आ रही हैं। आयकर विभाग के डंडे के कारण राष्ट्रीय नेतृत्व प्रदेश में ज्यादा पैसे पहुंचाने की स्थिति में नहीं है। सरकारी एजेंसियों के डर से उद्योगपति और व्यापारी भी कांग्रेस को चंदा देने में हिचक रहे हैं। जाहिर है जीतू पटवारी के समक्ष चौतरफा चुनौतियां हैं। दरअसल,कांग्रेस के नेताओं का भाजपा में जाना केवल चुनावी दांव नहीं है बल्कि इसके पीछे बड़ी वजह भविष्य की चिंता है। वर्षों पुरानी कांग्रेस में जिस तरह से वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी की जा रही है, उससे नाराज होकर अब वे भाजपा का हाथ थाम रहे हैं। छिंदवाड़ा में कमल नाथ के सात रत्नों में से एक अमरवाड़ा से कांग्रेस विधायक कमलेश शाह के भाजपा में आने के बाद उनके मजबूत गढ़ छिंदवाड़ा की दीवारें भी दरकती दिख रही हैं।

ऐसा इसलिए भी है क्योंकि पिछले दिनों कमल नाथ और नकुल नाथ के भाजपा में आने की अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि, उन्होंने इसका खंडन किया लेकिन इससे विचलित होकर छिंदवाड़ा के हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो गए। यह क्रम अभी थमा भी नहीं है। पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री सुरेश पचौरी सहित कई नेता भाजपा का दाम थाम चुके हैं। वहीं दमोह से लोकसभा प्रत्याशी नहीं बनाने से नाराज रंजीता गौरव पटेल ने भी कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है। प्रदेश भाजपा की न्यू ज्वाइनिंग टोली कांग्रेस के असंतुष्टों पर नजर रखे हुए है। समय-समय पर उन्हें साधकर पार्टी की सदस्यता दिला रही है। कांग्रेस ही नहीं सपा, बसपा सहित अन्य राजनीतिक दलों के नेता भी अपने समर्थकों के साथ पार्टी छोडक़र भाजपा की सदस्यता ले रहे हैं। इन नेताओं के अलावा सेवानिवृत्त प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी हैं, जो अब राजनीतिक क्षेत्र में भाग्य आजमाने के लिए भाजपा का दामन थाम रहे हैं।

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