पटना 20 मई (वार्ता) बिहार में पांचवें चरण की पांच लोकसभा सीट सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर (सु) में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए मतदान में लगभग 56 प्रतिशत मतदाताओं ने 9436 मतदान केंद्रों पर वोट कर कुल छह महिला और 74 पुरुष समेत कुल 80 उम्मीदवारों के भाग्य का निर्णय आज इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में लॉक कर दिया।
बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) एच. आर. श्रीनिवासन ने सोमवार को इन पांच संसदीय क्षेत्रों में मतदान की समाप्ति के बाद यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, साराण और हाजीपुर के 49 लाख 99 हजार 627 पुरुष, 45 लाख 11 हजार 259 महिला और 300 थर्ड जेंडर समेत कुल 95 लाख 11 हजार 186 मतदाताओं में से 55.85 प्रतिशत ने 9436 बूथों पर वोटिंग कर छह महिला और 74 पुरुष समेत कुल 80 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
वहीं, वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इन पांच लोकसभा सीटों पर 57.07 प्रतिशत मतदान हुआ था।
यह इस बार इन पांच संसदीय क्षेत्रों में हुए मतदान से 1.22 प्रतिशत कम है।
श्री श्रीनिवासन ने बताया कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में मुजफ्फरपुर संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक 61.00 प्रतिशत मतदान हुआ था।
इस बार भी मुजफ्फरपुर में ही सबसे अधिक 58.10 प्रतिशत मतदान हुआ लेकिन यह आंकड़ा पिछले चुनाव की तुलना में 2.9 प्रतिशत कम है।
वहीं, पिछले चुनाव में मधुबनी में सबसे कम 53.72 प्रतिशत और इस बार भी मधुबनी में ही सबसे कम 52.20 प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले चुनाव की तुलना में 1.52 प्रतिशत कम है।
सीईओ ने बताया कि इसी तरह पिछले चुनाव की तुलना में सीतामढ़ी में मतदान प्रतिशत 59.08 से 1.53 प्रतिशत घटकर 57.55, सारण में 56.48 से 1.98 प्रतिशत कम होकर 54.50 प्रतिशत रह गया।
हालांकि हाजीपुर संसदीय क्षेत्र में इस बार मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई है और यह 55.22 प्रतिशत से 1.62 प्रतिशत बढ़कर 56.84 प्रतिशत हो गया।