रेत ठेकेदार पर जिला प्रशासन मेहरवान, शिकंजा कसने में प्रशासन नाकाम
सिंगरौली : जिले में इन दिनों वैध के आड़ में अवैध रेत कारोबार जोर पकड़ लिया है। बिना सीमांकन के ही नदियों से रेत उत्खनन बिना किसी डर-भय के ठेकेदार कर रहा है। वही इस मामले में जिला प्रशासन मूकबधिर हो चुका है। जबकि शहडोल जिले में रेत ठेकेदार के जीएम पर अवैध रेत का परिवहन का मामला भी पंजीबद्ध कराया है। फिर सिंगरौली में ठेकेदार पर इतनी मेहरवानी क्यो?
दरअसल जिले में इन दिनों रेत का खेल व्यापक पैमाने पर रहा है। आरोप है कि ठेकेदार मनमानी तौर पर नदियों को छलनी कर रेत का उत्खनन करा परिवहन कर रहा है। अब तक रेत खदानों की सीमांकन न कराये जाने से सहकार ग्लोबल कंपनी के ठेकेदार ने सरकार को करोड़ों रूपये का आर्थिक चपत लगाया है। ठेकेदार पर किसकी मेहरवानी है और अवैध उत्खनन के मामले में ठेकेदार पर कठोर कार्रवाई क्यो नही की जा रही है। इस पर भी बड़ा सवाल किया जा रहा है। साथ ही आरोप लग रहे है कि रेत ठेकेदार पर कानूनी शिकंजा प्रशासन एवं पुलिस नही कस पा रहा है।