शहर के तीन विश्व विद्यालय डिफाल्टर घोषित

लोकपाल की नियुक्तियां करना भूले, प्रावधानों में की चूक

शिक्षा मंत्रालय ने जारी की चूक करने वाले विश्वविद्यालयों की अपडेट सूची  
 जबलपुर: जिले की तीन विश्वविद्यालय द्वारा लोकपाल की नियुक्ति में चूक सामने आई है। जिसमें पाया गया कि इन तीनों विश्वविद्यालय में अपने विश्वविद्यालय पर लोकपाल की नियुक्ति ही नहीं की है या फिर करना ही भूल गए हैं। जिसके लिए शिक्षा मंत्रालय के सचिव द्वारा देश के बहुत से विश्वविद्यालय की अद्यतन सूची जारी की है। जिसमें  मध्य प्रदेश की यूनिवर्सिटी से जबलपुर के तीन विश्वविद्यालय शामिल हैं। जिसमें मध्य प्रदेश मेडिकल यूनिवर्सिटी, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय और नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग विनियम के तहत छात्रों की शिकायत सुनने और उनका निवारण करने के लिए एक लोकपाल नियुक्त किया जाता है। जिसके लिए उच्च शिक्षा संस्थानों  में लोकपाल की नियुक्ति के संबंध में सूची 1 जून 2024 को दी गई थी, परंतु उसके बावजूद भी विश्वविद्यालय द्वारा अभी तक लोकपाल नियुक्त नहीं किया है। शुक्रवार को फिर एक बार सार्वजनिक  सूचना जारी कर लोकपाल नियुक्त करने के लिए बताया गया है कि चूक करने वाले विश्वविद्यालय यूजीसी विनियमों के अनुसार लोकपाल नियुक्त कर सकते हैं।

बीत गए 6 महीने
शिक्षा मंत्रालय द्वारा जिन विश्वविद्यालय में अब तक लोकपाल नियुक्त नहीं किया गया, उनकी सूची जनवरी माह में जारी की गई थी। परंतु 6 महीने बाद भी जबलपुर के इन तीनों विश्वविद्यालय ने अभी तक लोकपाल नियुक्त नहीं किया गया है।  जिसके चलते इन विवि डिफाल्टर हो गए।

17 जनवरी को भी जारी हुई थी सूची
शिक्षा मंत्रालय में सार्वजनिक सूचना जारी कर बताया कि 17 जनवरी 2024 को उन विश्वविद्यालयों की सूची जारी की गई थी, जिसमें उन विश्वविद्यालय के नाम शामिल है जिन्होंने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (छात्रों की शिकायतों का निवारण) विनियम, 2023 के अनुसार लोकपाल नियुक्त नहीं किया है। परंतु 6 महीने बाद भी अब वह विश्वविद्यालय लोकपाल नियुक्त न करने पर इन सभी अद्यतन विश्वविद्यालय की सूची जारी कर दी गई है, जिनको दोबारा से लोकपाल नियुक्त करने के लिए निर्देशित किया गया है।

रादुविवि ने अक्टूबर में ही कर दी थी नियुक्ति
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय कुलपति डॉ राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि पहले यूजीसी में लोकपाल नियुक्त करने के लिए रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय का नाम भी शामिल था। परंतु इसको गंभीरतापूर्वक लेते हुए अक्टूबर 2023 में ही रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में लोकपाल की नियुक्ति कर दी गई थी। जिससे यह सामने आता है कि रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय लोकपाल की नियुक्ति करने में जिले की सभी यूनिवर्सिटी से आगे रहा है।
क्या है लोकपाल का कार्य
प्रत्येक विश्वविद्यालय में छात्रों की समस्या का निवारण करने के लिए लोकपाल की नियुक्ति की जाती है।  जानकारी के अनुसार अगर किसी यूनिवर्सिटी में कुलपति,रजिस्टर या अन्य संबंधित शिक्षण अधिकारी द्वारा छात्र-छात्राओं की शिकायत का निवारण नहीं किया जाता है या उनकी शिकायत नहीं सुनी जाती हैं, तो उसके लिए विश्वविद्यालय में एक लोकपाल मौजूद रहता है। जिसके पास जाकर छात्र अपनी समस्या बता सकते हैं और वहां से उस समस्या का निवारण पा सकते हैं। इसके अलावा लोकपाल छात्रों की समस्या और उनके निवारण के लिए कुलसचिव, रजिस्टर आदि को निर्देशित भी कर सकता है।

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