तय समय में सर्वे पूरा करने का प्रयास
18वें दिन 9 घंटे तक किया काम
धार. भोजशाला में सर्वे के 18वें दिन भारतीय पुरातत्व विभाग की टीम सुबह 8 बजे भोजशाला पहुंची. हिन्दू और मुस्लिम पक्षकारों ने भी भोजशाला परिसर में प्रवेश किया. सर्वे के दौरान दोनों पक्ष मौजूद रहे. 9 घंटे एएसआई की टीम ने सर्वे किया, जिसमें मिट्टी खुदाई की गई.
एएसआई की टीम आधुनिक उपकरणों के साथ सुबह 8 बजकर 9 मिनट पर भोजशाला में प्रवेश किया. याचिकाकर्ता आशीष गोयल, भोजशाला मुक्ति संगठन के संयोजक गोपाल शर्मा, कमाल मौलाना वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष अब्दुल समद भी भोजशाला में एएसआई सर्वे के दौरान मौजूद रहने के लिए भोजशाला में प्रवेश किया. 50 मीटर की परिधि में निरीक्षण के बाद माप, हटाई गई ऊपर की मिट्टी, 7 चिन्हित प्वाइंट पर काम किया.
भोजशाला में सर्वे टीम के साथ प्रवेश करते वक्त भोजशाला मुक्ति यज्ञ के संयोजक गोपाल शर्मा ने बताया कि आज सर्वे का 18 वां दिन है. निश्चित समयावधि में हम निर्णायक भूमिका में पहुंचने वाले हैं. कल अकलकुइया का सर्वे हुआ है, निश्चित ही यह अकालकुइया राजा भोज द्वारा स्थापित सरस्वती कूप है. राजाभोज द्वारा लिखित पुस्तक चारुचर्या में इसका उल्लेख है.
समयावधि में होगा काम
एएसआई टीम ने 50 मीटर की परिधि में मौजूद अक्कलकुइया का निरीक्षण किया था. मेजरमेंट लिए टीम के द्वारा लगातार तेज गति से काम किया जा रहा है. ऐसा लग रहा है कि हाईकोर्ट के द्वारा आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया को जो 6 सप्ताह की समय अवधि दी गई है, उसमें कार्य पूर्ण कर कोर्ट में रिपोर्ट पेश कर दी जाएगी. कार्य करने में लगातार गति आई है.
कोर्ट के आदेश का अक्षरशः पालन
कल 14 स्थान पॉइंट किए गए थे, उनमें 7 स्थान पर कार्य चल रहा है. जो अवशेष मिल रहे हैं, उन्हें क्लीनिंग और ब्रशिंग कर सुरक्षित रखा जा रहा है. वहीं मिट्टी हटाने का काम लगातार जारी है. नई साइट भी खोली गई है. वैज्ञानिक तथ्यों के साथ सर्वे चल रहा है. हाई कोर्ट में जितने पैरामीटर दिए हैं, लगातार उस पर काम किया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट का हाई कोर्ट के आदेश का पालन अक्षरशः से किया जा रहा है.