लाखों रुपए के जेवरात की नकबजनी का 24 घंटे में पर्दाफाश

घर का नौकर ही निकला चोर
विजय नगर पुलिस ने पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार

इंदौर: स्कीम नं.54 में हुई लाखों रुपए के सोने-हीरे के जेवरात की नकबजनी का विजय नगर पुलिस ने 24 घंटे के अंदर पर्दाफाश कर दिया. घर का नौकर ही चोर निकला. वह एक महीने पहले ही नौकरी पर लगा था. नौकर और उसके राजस्थान के चार साथियों सहित कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. चोरी के आभूषणों को रतलाम में दलाल के माध्यम से आरोपीबेचने की फिराक में थे. उससे पहले ही पुलिस ने धरदबोचा. आरोपियों से चोरी किये गये करीब 40 लाख आभूषण सहित घटना में प्रयुक्त कार भी बरामद की गई. नौकर ने ही घटना की पूरी साजिश रची थी. उसके बुलाये जाने पर ही राजस्थान से शेष 4 नकबजन साथी आए थे.

जानकारी के अनुसार मंगलवार को फरियादी हर्ष पिता औंकार प्रसाद कौल निवासी एफ.एच. 172 स्कीम नं. 54 ने विजय नगर थाने पर रिपोर्ट की थी कि 18 मार्च को अपनी 70 वर्षीय माँ एवं नौकर दौलतराम को घर पर छोड़कर अपनी पत्नि स्वाति के साथ निजी कार्य से गुजरात गये थे. मुझे अगले दिन सूचना मिली कि रात में अज्ञात चोरों ने घर में लगे सीसीटीवी कैमरों को तोडकर घर में अंदर घुसकर सोने चाँदी एंव डायमण्ड के जेवरात एवं पैसों को लॉकर सहित चुराकर ले गये है. मामले में वरिष्ठ अधिकारियों ने थाना प्रभारी विजय नगर सीबी सिंह को टीम बनाकर तत्परता से नकबजनी का खुलासा करने के निर्देश दिये. पुलिस टीम द्वारा फरियादी के घर के आसपास के घरों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज निकाले. घर का नौकर दौलतराम भी घटना के बाद से फरार मिला.

उसका मोबाईल भी बंद था. प्रथम दृष्टया नौकर शंका के घेरे में आ गया. फिर इस बात की भी पुष्टि हुई कि घर के दरवाजे अंदर से लगे थे किसी भी दरबाजे के नकूचे और चिटकनिया टूटे नहीं थे. घर में अलमारियाँ थी वो भी चाबी से खुली हुई मिली. इन बातों से नौकर का घटना में शामिल होने की पुष्टि हो गई. नौकर दौलतराम की जानकारी निकालने पर पता चला कि राजस्थान के शंकर द्वारा इंदौर में घरेलू नौकर सप्लाई की ऐजेंसी चलाई जा रही थी. उसके माध्यम से ही आरोपी दौलतराम को फरियादी के घर पर घरेलू नौकर के तौर पर रखा गया था. ऐजेंसी संचालक शंकर सेआरोपी दौलतराम के घर का पता निकालकर तत्काल विजय नगर थाने की टीम को उदयपुर के आगे जिला सलंबुर रवाना किया गया. टीम ग्राम लोधा जिला सलंबुर राजस्थान पहुँची, तो नौकर दौतलराम पीछे की दीवार कूदकर भागा. उसे टीम ने पीछा कर मुश्किल से घेराबन्दी कर पकड़ा. आरोपी ने पूछताछ में चोरी करना स्वीकार किया.
जेवरात देखकर आया लालच
आरोपी दौलतराम ने बताया कि वह गाडियों में लकडी चढ़ाने की हम्माली करता था और लेकिन ज्यादा पैसा नहीं मिलता था. मेहनत बनती नहीं थी तो गाँव के पास के शंकर जो कि इंदौर में घरेलू नौकर की ऐजेंसी चलाता है से सम्पर्क किया. उसके बुलाने पर इंदौर आ गया. फरवरी में उसने स्कीम नं. 54 में मालिक हर्ष कौल के घर पर घरेलू नौकर के तौर पर नौकरी पर लगवा दिया. नौकर के काम के दौरान उसने देख लिया कि मालिक हर्ष कौल की पत्नि अपने सोने-चाँदी एंव डायमण्ड के जेवर लकड़ी की अलमारी में लॉकर के अन्दर रखती है तथा अलमारी की चाबी कहाँ रखती है. आभूषण देखर नौकर दौलतराम के मन में लालच आ गया. इसी दौरान उसे पता चला कि मालिक 18 मार्च को अपनी पत्नि स्वाति के साथ गुजरात जा रहे हैं. उसके बाद मैंने प्लान किया व मेरे गाँव के व आसपास के गाँव के रहने वाले मेरे दोस्त गोपाल, शंकर, अंकेश, कमलेश से सम्पर्क कर चोरी करने व मोटा माल मिलने की पूरी प्लानिंग बताई.

ऐसे दिया वारदात को अंजाम
चारों दोस्त गाँव राजस्थान से कार से इंदौर आ गये फिर रात को करीब 2.30 बजे मेरे द्वारा फोन पर सूचना देने पर ये मालिक हर्ष कौल के घर स्कीम नं. 54 में आ गये. फिर मैंने नीचे की मंजिल पर जाकर दरबाजा खोल दिया. घर में मालिक हर्ष कौल की माँ अकेली थी जिसका फायदा उठाकर घर में चाबी से मैंने अलमारियाँ खोल दी लेकिन जिस लॉकर में जेबरात रखे थे उस पर नम्बर वाला लॉक लगा था जिससे वह नहीं खुल पाया तो हम लोगों ने पूरा लॉकर ही उखाड़ लिया और लॉकर व अन्य सामान को मेरे चारों दोस्त लेकर चले गये. नौकर दौतलराम अगले दिन सुबह मालिक हर्ष कौल को बिना बताये अपने घर राजस्थान निकल गया. उसने साथियों से सम्पर्क किया तो उन्होने बताया कि हम दलाल के माध्यम से रतलाम में चोरी के माल को गलाने आये है यहाँ पर सोने व हीरे के जेबरातों सही कीमत मिल जायेगी.

रेलवे स्टेशन के पास दबोचा
पुलिस टीम दौलतराम पिता मोहन (उम्र 19) निवासी ग्राम लोधा जिला सलंबुर को पकड़कर रतलाम के लिये रवाना हुई. जहाँ पर टीम के द्वारा लगातार दौलतराम के साथियों की जानकारी ज्ञात कर घटना में इस्तेमाल की गई कार आरजे-09-सीडी-3514 की तलाश करते उपरोक्त कार को रतलाम रेल्वे स्टेशन के पास एक जगह खड़ी मिली. टीम ने तत्काल कार की घेराबन्दी की गई तो कार में बैठे चारों लोगों ने कार के गेट खोलकर भागने लगे. मौके पर ही उन्हें दबोच लिया गया. उक्त कार की तलाशी लेने पर उसमे सोने-चाँदी व हीरे के जेबरात से भरा बैग मिला. आरोपियों ने अपने नाम कमलेश कीर (उम्र 22) निवासी ग्राम लोधा जिला सलंबुर राजस्थान, गोपाल कीर (उम्र 21) निवासी सदर, शंकर (उम्र 20) निवासी सदर और अंकेश कीर (उम्र 21) निवासी ग्राम कराडी जिला सलंबुर राजस्थान बताया.

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