जयपुर, (वार्ता) अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आरोप लगाते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केन्द्र की मोदी सरकार और भाजपा राजस्थान सरकार की उपलब्धियों से बौखलाई कर मजबूरन दुष्प्रचार कर रही है जबकि आज उन्हें अपने गिरेबा में झांक कर देखने की जरुरत है।
श्रीमती सुप्रिया श्रीनेत आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रही थी। उन्होंने राजस्थान सरकार के प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था और महिला अधिकारों के लिये किये गये ठोस एवं अथक प्रयासों की, जनता की भलाई के लिये किये गये निर्णय और योजनाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि भाजपा चुनाव के दौरान महिला सुरक्षा की बात करती है जो केवल झूठ और दिखावटी चेहरा है जबकि वास्तविकता में कांग्रेस पार्टी सदैव से महिला हितों और महिला सुरक्षा के लिए वचनबद्ध रही है, इसी को देखते हुए आज राजस्थान के अंदर कांग्रेस सरकार के शासन में महिला दुष्कर्म के मामले में सजा का प्रतिशत 48 है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 28.6 प्रतिशत है, महिला अत्याचारों के प्रकरण में राजस्थान का सजा का प्रतिशत 45.2 प्रतिशत है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह है मात्र 20.5 प्रतिशत है और राजस्थान में कांग्रेस सरकार द्वारा अपराध की एफआईआर दर्ज करना अनिवार्य किया गया, इसके बाद राजस्थान में प्रति लाख महिलाओं के अपराधों की दर 105.4 है जबकि असम में 168.3 दिल्ली में 147.6, उड़ीसा में 137.8, हरियाणा में 119.7 तेलंगाना में 111.2 है, जिसके अनुसार राजस्थान का स्थान छठे नंबर पर है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी दुष्कर्म के मामले में दुष्प्रचार कर रही है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में आईपीसी के प्रकरणों में मात्र 10 प्रतिशत पेंडेंसी है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह 35 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने कहा कि महिला अत्याचारों के प्रकरण में राजस्थान में पेंडेंसी मात्र 9.8 है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह 31.7 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि आंकड़ों को देखें तो भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार किस आधार पर कांग्रेस पार्टी के ऊपर उंगली उठा रही है जबकि उनको यह देख लेना चाहिये कि एक उंगली कांग्रेस पार्टी पर उठाने से चार उंगलियां उनकी तरफ भी जाती है।
श्रीमती सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि भाजपा के पूर्ववर्ती शासन में महिला उत्पीडऩ के 38 प्रतिशत मुकदमे न्यायालय के आदेश पर दर्ज होते थे, किन्तु अब एफआईआर अनिवार्य होने से उसकी संख्या से कमी आई है। उन्होंने राजस्थान सरकार के सकारात्मक प्रयासों के फलस्वरुप राजस्थान में दुष्कर्म , पोक्सो, महिला उत्पीडऩ सहित डकैती एवं अन्य आपराधिक मामलों में दिन-प्रतिदिन कमी पर सरकार की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा शासन के समय महिला दुष्कर्म के मामलों में अनुसंधान का औसत समय 274 दिन था वह अब घटकर सरकार के प्रयासों से मात्र 54 दिन रह गया है। राजस्थान में कांग्रेस सरकार के दौरान भाजपा सरकार की तुलना में सांप्रदायिक घटना या कोई बड़ा दंगा नहीं हुआ है जबकि भाजपा सरकार के शासन के दौरान जयपुर, मालपुरा सहित 12 स्थानों पर दंगे की शर्मनाक घटनायें हुई थी।
श्रीमती श्रीनेत कहा कि राजस्थान पुलिस द्वारा चलाए गए सघन अभियान गत एक मार्च से चार जून तक 35123 आदतन अपराधियों को भी गिरफ्तार करके प्रदेश के अंदर कानून व्यवस्था को बनाए रखा गया है। इसी के साथ राजस्थान में संगठित अपराधों की रोकथाम के लिए राजस्थान कंट्रोल आफ ऑर्गेनाइजेशन क्राईम एक्ट भी पारित किया गया।
उन्होंने कहा कि भाजपा को देश के परिवारों की सुरक्षा के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करना चाहिए, वर्तमान में पूरे देश से यह पूरे जोर से मांग उठ रही है कि ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू किया जाए, क्योंकि वह कर्मचारी वर्ग जो अपने जीवन का अधिकांश समय नौकरी में अधिकांश समय लगभग 30-35 साल नौकरी में दे देता है और रिटायरमेंट के बाद उसे भी आत्मनिर्भरता और सुरक्षा की आवश्यकता होती है। ऐसी स्थिति में जनकल्याणकारी सरकार का कर्तव्य है कि वह उसके प्रति सकारात्मक रवैया रखते हुए सुरक्षा और आत्मनिर्भरता प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि राजस्थान की गौरवशाली कांग्रेस सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करके राजस्थान के कर्मचारियों को आत्मनिर्भरता व सम्भव सहयोग प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि आज देश का कर्मचारी वर्ग यह उम्मीद करता है कि केन्द्र की भाजपा भी ओल्ड पेंशन स्कीम लागू कर अपनी कथनी और करनी में भिन्नता के आरोप का जवाब दे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को अपने इगो को छोडक़र आम जनता की भलाई के लिए काम करना चाहिए क्योंकि भाजपा की केन्द्र की मोदी सरकार का यह इतिहास रहा है कि उनके द्वारा जिन-जिन फैसलों और कल्याणकारी योजनाओं का विरोध किया गया बाद में इनको वह मानना और लागू करना पड़ा है, जिसके अन्दर भाजपा द्वारा लाये गये तीन काले कृषि कानून को वापस लेना और जीएसटी का विरोध करने के बाद मजबूरन उसका समर्थन करने के साथ खाद्य सुरक्षा बिल का विरोध करने के बाद आम जनता के दबाव पर उसको मानने के लिए भाजपा मजबूर हुई।
उन्होंने कहा कि भाजपा को आम जनता के हितों को मार्केट के सेंसेक्स के आधार पर नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान के अन्दर श्री अशोक गहलोत की सरकार ने अपने राहत कैम्पों के माध्यम से प्रदेश की जनता को बचत और बढ़त और आत्मनिर्भरता, विश्वास और भरोसा दिया है और अपनी अनेक गौरवशाली योजनाओं की बदौलत आम जनता के अंदर अपना भरोसा कायम रखते हुये आम जनता को जीवन जीने का अधिकार दिया है।
उन्होंने कहा कि आम जनता यह सच्चाई जानती है कि भाजपा वचनबद्धता को एक जुमले के रूप में लेकर चुनाव के दौरान कोरी घोषणा करके जनता को गुमराह करना चाहती है। उन्होंने कहा कि यह निश्चित हो चुका है कि राजस्थान के अन्दर कांग्रेस सरकार अपने काम के बलबूते पर वापस सरकार बनायेगी और राजस्थान में जनता की भलाई के लिए जनता की चुनी हुई कांग्रेस पार्टी की लोकतांत्रिक और भरोसेमंद सरकार आयेगी।