ग्वालियर। मेला के दस्तकारी हाट परिसर में अटल ज्योति सांस्कृतिक मंच द्वारा पहली बार आयोजित किए जा रहे कश्मीरी बाजार का रंगारंग आगाज हुआ। सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने फीता काटकर इसका विधिवत शुभारंभ किया। इस मौके पर बच्चों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। पहले दिन मेला में काफी तादाद में सैलानी पहुंचे। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार केशव पांडे, मेला संयोजक कृष्णकांत समाधिया, योगेश शर्मा, कल्ली पंडित प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
इस मौके पर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि इस तरह के आयोजन सांस्कृतिक आदान प्रदान के साथ देश के विभिन्न प्रांतों को शिल्पकारों को बाजार उपलब्ध कराते हैं। जैसा की नाम से प्रतीत होता है कश्मीरी बाजार,यहां कश्मीरों उत्पादों की भरमार नजर आ रही है। सीजन के मुताबिक यहां जो हस्तनिर्मित गर्म कपड़े लाए गए हैं, उनकी खुबसूरती भी सबको लुभा रही है। मैं शहरवासियों के आह्रवान करूंगा कि वे यहां जरूर आएं और जरूरत और पसंद के मुताबिक जरूर कुछ लेकर जाएं, जिससे देश के अनेक प्रांतों से आए शिल्पकारों को होंसला बढेगा और वे आगे से और भी अच्छे उत्पाद हमारे शहर में लेकर आएंगे। वरिष्ठ पत्रकार केेशव पांडे ने कहा कि अनेकता में एकता भारत की संस्कृति की विशेषता है, जिसके दर्शन यहां होते हैं। कश्मीरी उत्पाद इस मेला को खास बनाते हैं, जो आमतौर पर बाजार में उपलब्ध नहीं होते हैं। शहर के सैलानी इसका भरपूर फायदा उठाएंगे, ऐसी मुझे आशा है। इस मौके पर मेला संयोजक कृष्णकांत समाधिया ने कहा कि पहली बार दस्तकारी हाट परिसर में कश्मीरी बाजार लगाया गया है और खुशी की बात यह है कि पहले ही दिन से ग्वालियरवासी इसे पसंद कर रहे हैं।
ये उत्पाद हैं खास
कश्मीरी शिल्प जैसे पश्मीना सूट, शॉल, स्वेटर, ब्लेजर, लोई एवं कश्मीरी कावा, ड्राई फ्रूट, खादी ग्रामोद्योग से पंजीकृत बुनकर खादी के ड्रेस मटेरियल, खादी कुर्ता लेडीज खादी सूट एवं कलकत्ता के जुट बेग, बंगाल के ड्राई फ्लॉवर, बनारसी सिल्क एवं चंदेरी बाग प्रिंट साड़ियां, खुजाज़् की क्रॉकरी, मुरादाबाद के पीतल की मूर्तियां, टेराकोटा आर्ट, सहारनपुर शीशम फनीर्चर, पंजाब की फु लकारी, जयपुरी मोजड़ी, राजस्थान अचार चूर्ण पापड़, सेरेमिक क्राफ्ट, उत्तरप्रदेश भदोई की सुप्रसिद्ध कालीन, लकड़ी के खिलौने, लखनवी चिकिन वर्क, दिल्ली, मुंबई, गुजरात एवं जयपुर की ज्वेलरी एवं हैंडलूम एव हैंडी क्राफ्ट के अनगिनत उत्पाद यहां सैलानियों के आकषर्ण का केंद्र बनेंगे।