आस्था का महापर्व छठ की दिखी रौनक, व्रती महिलाओं ने अस्ताचलगामी सूर्य देवता को दिया पहला अघ्र्य,तैनात रही पुलिस
सिंगरौली: केलवा के पात पर उगेलन सूरूज मल झांके उके, हम तोसे पूछी बरतिया ए बरतिया से केकरा लागी। हे केरलू छठ बरतिया से केकरा लागी। हमरो जे बेटवा पवन एसन बेटवा से उनके लागी। हे केरलू छठ बरतिया से उनके लागी। छठ पूजा पर आज रविवार की दोपहर से ही इस प्रकार के पारंपरिक छठ गीत रास्तों से लेकर घाटों तक गूंजते रहे। अवसर था सूर्य की उपासना के महापर्व छठ का।
दरअसल समूचे ऊर्जाधानी में हर्षोल्लास एवं पारम्परिक तरीके के साथ आस्था का महापर्व डाला छठ आरंभ हुआ। जिसका समापन कल सोमवार की अलसुबह उगते हुए सूर्य देवता को अघ्र्य देकर किया जावेगा।
इस दौरान डाला छठ घाटों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजामात किये गये थे। इधर नगरीय क्षेत्र के वार्ड 41 पार्षद प्रतिनिधि अर्जुन गुप्ता एवं त्रिलोकी सहित अन्य ने गनियारी छठ घाट का भ्रमण किया। रविवार को छठ पूजा के तीसरे दिन पूरे देश भर में धूमधाम से व्रती लोगों ने नदियों एवं घाटों में उतरकर डूबते हुए सूर्य को पहला अघ्र्य दिया। मोरवा में भी इसकी खासी रौनक दिखी। मोरवा छठ घाट, एनसीएल कॉलोनी में बने घाट, रेलवे स्टेशन के समीप बना घाट, बिरला आवासीय परिसर में झिंगुरदह घाट सहित अन्य घाटों में स्थानीय लोगों ने छठ पर्व पर डूबते हुए सूर्य को अघ्र्य देकर अपने पुत्र की दीर्घायु और परिवार की सुख समृद्धि की कामना की।
इस अवसर को देखने के लिए भी हजारों की संख्या में स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं का हुजूम छठ घाटों पर उमड़ा दिखा। कल शनिवार को खरना का प्रसाद चढ़ा और उसे खाकर व्रती महिलाओं ने 36 घण्टे का निर्जला व्रत शुरू किया था। इसी क्रम में आज तीसरे दिन महिलाओं ने छठ घाट पहुंचकर डूबते हुए सूर्य देवता को पहला अघ्र्य दिया एवं कल सोमवार की सुबह उगते हुए सूर्य को अघ्र्य देकर व्रती महिलाएं अपना व्रत समाप्त करेंगी। वहीं छठ घाटों की सुसज्जित व्यवस्थाओं को देख आगंतुकों ने वार्ड क्र.41 में पहली दफा पार्षद प्रतिनिधि अर्जुन गुप्ता की लोगों ने जमकर सराहना की।
घर से घाट तक बजते रहे छठ मइया के गीत
रविवार को घर से लेकर छठ घाट तक केवल छठ मइया की गीत की गूॅज सुनाई दे रही थी। छठ घाटों पर छठ पूजा पहिले पहिल, छठ मइया व्रत तोहार….. पहिल पहिल हम कइनी, छठ माता व्रत तोहार। करिहा क्षमा छठ मइया भूल-चूक गलती हमार, सब के बलकवा के दिहा, छठ मइया ममता दुलार, पिया के सनईहा बनईहा, मईया दिया सुख सार। नारियल, केरवा घोउदवा, साजन नदिया किनार सहित सोना सतकुनिया, हो दीनानाथ, हे घूमइछा संसार, हे घूमइछा संसार, के अलावा छठ मइया के गीत आज रविवार को पूरे दिन सुनाई दे रहा था।
चाक-चौबंद दिखी सुरक्षा व्यवस्था
ऊर्जाधानी के सभी छठ घाटों पर मोरवा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी के के पाण्डेय व मोरवा टीआई अशोक सिंह परिहार पूरे दल बल के साथ यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए तत्पर दिखे। वहीं विन्ध्यनगर टीआई अनिल बाजपेयी, नवानगर टीआई कपूर त्रिपाठी, जयंत चौकी प्रभारी अभिमन्यु द्विवेदी, कोतवाली निरीक्षक सुधेश तिवारी ने छठ घाट पहुंच लगातार जायजा लेते रहे। पूजा स्थल जाने के लिए सभी जगह पुलिस बल की भारी तैनाती की गयी थी। पुलिस कर्मियों द्वारा लगातार शरारती तत्वों पर भी नजर रखी हुई थी साथ ही छठ घाट पर आने वाले लोगों को कतारबद्ध खड़े होने और एक जगह पर ज्यादा भीड़ न हो इस पर भी विशेष फोकस किया हुआ था।
महापर्व डाला छठ का समापन आज
चार दिनों तक चलने वाला यह महापर्व सोमवार की सुबह उगते हुए सूर्य को अघ्र्य देकर समाप्त हो जायेगा। सोमवार को अलसुबह पुन: एक बार फिर व्रतियों व भक्तों का जमावड़ा घाटों पर उमड़ेगा। जिसके बाद उगते हुए सूरज को देखकर यह कठिन व्रत समाप्त होगा।