बंदूकधारियों ने संभाला है सुरक्षा का जिम्मा, तीसरी आंख से भी निगरानी
जबलपुर: 83 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद होकर स्ट्रांग रूम में दाखिल हो चुका है। विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार 17 नवंबर को हुए मतदान में इस्तेमाल की गई सभी आठों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की ईव्हीएम और व्हीव्हीपेट मशीनों को जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रशासनिक भवन में बने स्ट्रांगरूम पर सुरक्षित रख दिया गया है। यहां सुरक्षा का सख्त पहरा है। बंदूकधारियों के साथ तीसरी आंख से पैनी निगरानी होगी। अब नजर रखने उम्मीदवारों द्वारा अपने कार्यकत्र्ताओं को तैनात किया गया है। निष्पक्ष, पारदर्शी एवं स्वतंत्र निर्वाचन सुनिश्चित करने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में स्ट्रांगरूम की निगरानी के लिये चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को अपने प्रतिनिधि नियुक्त करने की अनुमति है।
परिसर में लगाए पंडाल
निर्वाचन आयोग के इन्हीं निर्देशों के मुताबिक उम्मीदवारों द्वारा स्ट्रांगरूम की निगरानी रखने नियुक्त कार्यकत्र्ताओं की सुविधा के लिये जिला प्रशासन द्वारा कृषि विश्वविद्यालय परिसर में पण्डाल लगाया गया है।
कैमरों की मिल रही लाइव तस्वीरें
स्ट्रांगरूम के भीतर और बाहर लगाये गये प्रत्येक सीसीटीव्ही कैमरे की लाइव तस्वीरें चौबीस घण्टे एलईडी स्क्रीन पर प्रदर्शित की जा रही है। जिसके जरिए उम्मीदवारों के समर्थकों को पल-पल की गतिविधियों की जानकारी मिल रही है।
24 घंटे हो रही निगरानी
मतदान के बाद जिले की आठों विधानसभा क्षेत्र की ईव्हीएम एवं व्हीव्हीपेट मशीनों को जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में बने स्ट्रांगरूम में तीन स्तरीय सुरक्षा के बीच रखा गया है। स्ट्रांगरूम की सुरक्षा की मुख्य जिम्मेदारी केंद्रीय सशस्त्र सुरक्षा बल के जवान सम्हाल रहे हैं। इसके अलावा स्ट्रांगरूम के भीतर तथा इसके चारों ओर कई सीसीटीव्ही कैमरे लगाये गये हैं यहां 24 घंटे निगरानी हो रही है।
अब 3 दिसम्बर का बेसब्री से इंतजार
मतदान के बाद अब प्रत्याशियों के साथ मतदाताओं परिणाम का बेसब्री से इंजतार है। तीन दिसम्बर को मतगणना होनी है। जिसको लेकर प्रत्याशियों की धडक़ने तेज हो गई वहीं मतदाताओं को उनके द्वारा चुनी गई सरकार का इंतजार है।