खंडवा: नसीब में जिसके जो लिखा था.. वो तेरी महफि ल में काम आया, किसी के हिस्से में हार आई किसी के हिस्से में जनता की खिदमत का पैगाम आया। गीत की पंक्तियां इन दिनों जिले की राजनीति के रंगमंच पर खरी उतरती नजर आ रही हैं। विधानसभा चुनाव 2023 में मतदान के बाद अब चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों के लिए आने वाली 03 तारीख नया सवेरा लेकर आएगी। इस तारीख तक का इंतजार प्रत्याशियों को सर्दी में भी गर्मी का अहसास दिला रही है।
रूपाली-छाया,दोनों खुश
रूपाली बारे को सौ टका विश्वास है कि वे जीत रही हैं। उनके आसपास के समर्थक नए-नए गणित और जीत के आंकड़े बता रहे हैं। छाया मोरे अपने घर बमनाला से पंधाना लौट आईं। समर्थकों का जमावड़ा दिखा। इन सबका मानना है कि हर मतदान केंद्र के आंकड़े उनके पास हैं। भारी मतदान भाजपा के पक्ष में हुआ है। शिवराज की लाडली बहना वाली स्कीम काम कर गई। उनका मानना है कि महिलाएं ही छाया मोरे को जिताएगी।
हरसूद का हाईटेक अनुमान
हरसूद में काम हाईटेक दिखा। मतदान के दूसरे दिन सुबह ही हर मतदान केंद्र का हिसाब हो गया। वहां विजय शाह के लोगों और कार्यकर्ताओं ने आंकड़े टेली किए। इसमें दिन भर लग गया। विजय शाह को खंडवा ही नहीं देशभर के परिचितों के फोन आते रहे। विजय शाह ने कहा कि मैं जीत रहा हूं, यह बड़ी बात नहीं है। जनता के लिए मैंने पूरे पांच साल काम किया। इससे पहले के 30 साल में भी मैंने कोई घर ऐसा नहीं बचा होगा, जिसकी मदद नहीं की होगी।
कांग्रेसी भी मेरे कायल:शाह
फुल कान्फीडेंस से विजय शाह बोले, कांग्रेसियों के भी मैंने काम किए। कोई विरोधी है ही नहीं। बस, उन्हें 3 तारीख का इंतजार इसलिए है, कि 150 सीटों से भाजपा सरकार बनाने की घोषणा हो जाए। मैं फिर प्रदेश और हरसूद-खालवा की सेवा के लिए तैयार हूँ। कांग्रेसियों का कहना है कि सुखराम साल्वे ने अंदर ही अंदर काम किया है। बदलाव के कारण क्षेत्र के लोगों ने कांग्रेस प्रत्याशी सायलेंट समर्थन कर वोटिंग की है। बहरहाल, क्षेत्र में माहौल देखकर लग रहा है कि विजय शाह की तूती फिर बोलेगी? जिले में सभी जगह भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों में ही मुकाबला हुआ। कहीं तीसरा उम्मीदवार वजूददार नहीं दिखा। नोटा जरूरी इस बार रिकार्ड बना सकता है।
कंचन बोलीं,3 तारीख अहम दिन
मतदान के दूसरे दिन प्रत्याशियों का शेड्यूल बिजी रहा। कुंदन मालवीय ने भोपाल से खंडवा आकर सूचियों का मिलान किया। कंचन तनवे ने परिवार को समय दिया। उन्होंने कहा, मेरा राजनीतिक जीवन सीधी चढ़ाई जैसा है। अचानक इतनी हाईट भाजपा में ही साधारण व्यक्ति को मिल सकती है। कल विधायक बनकर खंडवा के लोगों की सेवा करूँगी। उत्तमपाल सिंह ने मूंदी, पुनासा, ओंकारेश्वर और बीड़ के समर्थकों के साथ गुजिया खाई और फीडबेक लिया। नारायण पटेल से ज्यादा बिजी उनके पुत्र दिखे। वे जीत का गणित अधिक मतदान से लगा रहे हैं।
जिले के 1062 मतदान केंद्र थे। 73.90 प्रतिशत मतदान हुआ। विधानसभा क्षेत्र हरसूद में 74.17 प्रतिशत, खण्डवा विधानसभा क्षेत्र में 66.20 प्रतिशत, मांधाता विधानसभा क्षेत्र का 76.89 प्रतिशत और पंधाना में 78.33 प्रतिशत मतदान हुआ।