शिवपुरी: यहाँ दो पक्षों में झगड़ा हो गया और कार में आगजनी, तोड़फोड़ और जानलेवा हमले में 3 लोगों की मौत हो चुकी है। घटना नरवर थाना क्षेत्र के चकरामपुर गांव की है। परिवार के कुछ लोग भी घायल हो गये हैं। घायलों को ग्वालियर के जयारोग्य चिकित्सालय के ट्रॉमा सेंटर में उपचार जारी है। मृतकों का पोस्टमार्टम कराया गया है। नरवर पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ बलवा समेत हत्या के प्रयास की धाराओं में केस कर जांच शुरू कर दी गयी है। इधर, भदौरिया परिवार में 3 मौत के बाद परिवार वालों ने नरवर थाने के सामने चक्काजाम कर दिया है।
गणेश विसर्जन के दौरान भी दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था। उस वक्त एक पक्ष का युवक गोली लगने के जख्मी हो गया था। तभी से कुशवाह और भदौरिया परिवार के बीच पुरानी रंजिश चली आ रही थी।
कार के अंदर ही जिंदा जलाने की कोशिश
चकरामपुर के मुन्ना भदौरिया के परिवार और वीर सिंह कुशवाह के परिवार के सदस्यों के बीच शुक्रवार शाम पहले विवाद हुआ। इसके बाद मुन्ना भदौरिया के परिवार के सदस्य बोलेरो में सवार होकर कही से आ रहे थे। इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों ने बोलेरो में तोड़फोड़ कर उसमें आग लगा दी। इस विवाद में गोलियां भी चली।
विवाद में मुन्ना भदौरिया, उसकी पत्नी आशा देवी (55), भाई लक्ष्मण और आशा देवी का भतीजा हिमांशु सेंगर गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं मुन्ना भदौरिया के दोनों बेटे राजेंद्र और भोला भी घायल हुए थे। सभी घायलों को पहले नरवर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। वहां से उन्हें ग्वालियर रेफर कर दिया गया।
इधर, ग्वालियर में इलाज के दौरान आशादेवी, भतीजा हिमांशु सेंगर (20) और लक्ष्मण भदौरिया (40) की मौत हो गई। बताया गया है कि दूसरे पक्ष के वीर सिंह कुशवाह सहित अन्य सदस्यों का इलाज भी ग्वालियर में जारी है।
भाई दूज पर छतरपुर से अपनी बुआ के घर आया था भतीजा
छतरपुर का हिमांशु सेंगर (20) अपनी बुआ आशा देवी के यहां भाई दूज के लिए आया था। तब से वह यही पर रुका था। लेकिन 2 परिवारों के विवाद में उसकी मौत हो गई।
एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया ने बताया कि पूर्व में चली आ रही रंजिश के चलते दोनों पक्षों में पहले विवाद हुआ। इसके बाद कार में आगजनी और पथराव हुआ था। इसमें एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई है।