क्षेत्र के मरीजों को नेपानगर और दूसरी जगह उपचार के लिए जाना मजबूरी
नवभारत न्यूज,
नेपानगर। क्षेत्र के ग्राम बोमलियापाट में स्वास्थ्य विभाग ने लाखों की लागत से उप स्वास्थ्य केंद्र तो बना दिया है, लेकिन यहां लंबे समय से ताला लगा हुआ है। इसे लेकर ग्रामीणों ने मांग की है कि उप स्वास्थ्य केंद्र चालू कर यहां डॉक्टरए स्टाफ की व्यवस्था की जाए ताकि ग्रामीणों को परेशानी न हो।
ग्रामीणों ने बताया काफी समय से भवन बनकर तैयार है,लेकिन यह बंद पड़ा हुआ है। बाहरी लोग भवन को नुकसान पहुंचा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का इस ओर ध्यान नहीं है। यहां डॉक्टर,नर्स की व्यवस्था की जाए ताकि ग्रामीणों को उपचार के लिए नेपानगर और अन्य जगह जाने आने में परेशानी न हो। क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति काफी खराब है। स्वास्थ्य विभाग ने संजीवनी क्लिनिक भवन तो बनवा दिए हैं, लेकिन वहां स्टाफ की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। वार्ड नंबर 8 में भी एक भवन बनाया गया,यह भवन भी बंद पड़ा है।
नेपानगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ की कमी:-नेपानगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी लंबे समय से स्टाफ की कमी है। यहां महज दो ही डॉक्टर हैं। इमरजेंसी में काफी समस्या होती है।
अस्पताल केवल रैफर सेंटर बनकर रह गया है। चिकित्सा विशेषज्ञों की कमी तो सालों से बनी हुई है। यहां नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग, चर्म रोग, स्त्री रोग विशेषज्ञ नहीं हैं। संसाधनों की भी खासी कमी है। विभिन्न प्रकार की जांच कराने के लिए मरीजों के परिजन को निजी लैब का मुंह देखना पड़ता है। अस्पताल शहर से इतनी दूर बनाया गया है कि लोगों को आर्थिक रूप से पहले ही नुकसान होता है। ऐसे में विभिन्न जांच कराने में परेशानी अलग होती है। यहां अकसर लापरवाही भी देखने को मिलती है। स्टाफ की कमी के कारण लोग परेशान होते हैं। पिछले दिनों एक बुजुर्ग महिला को पानी की बोतल से खुद सीरिंज निकालना पड़ी थी। नगर के युवाओं के आंदोलन के बाद पुराने भवन से अस्पताल नए भवन में तो शिफ्ट कर दिया गया,लेकिन आज तक किसी ने भी यहां सुविधाएं,संसाधन जुटाने कोई प्रयास नहीं किया।