नयी दिल्ली 14 अक्टूबर (वार्ता) खाद्य पदार्थों, खाद्य उत्पादों, अन्य विनिर्माण, मोटर वाहनों, ट्रेलरों और अर्ध-ट्रेलरों के निर्माण, मशीनरी और उपकरणों के निर्माण आदि की कीमतों में बढ़ोतरी होने से इस वर्ष सितंबर में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई वार्षिक आधार पर इसके पिछले महीने की 1.31 प्रतिशत से बढ़कर 1.84 प्रतिशत हो गई।
डब्ल्यूपीआई खाद्य सूचकांक पर आधारित महंगाई की वार्षिक दर अगस्त 2024 के 3.26 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2024 में 9.47 प्रतिशत हो गई।
वाणिज्य मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा, “सितंबर 2024 में थोक महंगाई में बढ़ोतरी मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, खाद्य उत्पादों, अन्य विनिर्माण, मोटर वाहनों, ट्रेलरों और अर्ध-ट्रेलरों के निर्माण, मशीनरी और उपकरणों के निर्माण आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण हुई है।”
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, प्राथमिक वस्तुओं की महंगाई इस साल सितंबर में 6.59 प्रतिशत बढ़ी जबकि अगस्त में यह 2.42 प्रतिशत रही थी। ईंधन और बिजली की थोक महंगाई सितंबर में 4.05 प्रतिशत घटी जबकि पिछले महीने 0.67 प्रतिशत की गिरावट आई थी। सितंबर में निर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति इस साल अगस्त में 1.22 प्रतिशत की तुलना में एक प्रतिशत बढ़ी।
खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति इस साल सितंबर में 11.53 प्रतिशत बढ़ी। गौरतलब है कि पिछले महीने 10.01 प्रतिशत की गिरावट के बाद सितंबर में सब्जियों की महंगाई 48.73 प्रतिशत बढ़ी है।